सेक्स रैकेट: देह व्यापार का भंडाफोड़ बुजुर्ग संचालक सहित 3 गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला

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Prostitution racket कोरबा । पंप हाउस के एक मकान में दबिश देकर पुलिस ने देह व्यापार का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने प्वाइंटर भेज कर पहले सौदेबाजी करवाई, उसके बाद इशारा मिलते ही आरोपितों को धरदबोचा। एक हजार रुपये देकर प्वाइंटर को भेजा गया था। यह रुपये देह व्यापार संचालन करने वाले 78 साल के एक वृद्ध के पास से बरामद किया गया है। महिला की आर्थिक तंगी का फायदा उठा कर उससे यह कारोबार कराया जा रहा था। सीएसईबी पुलिस ने जो जानकारी दी है, उसके अनुसार पंप हाउस निवासी सुखविंदर सिंह पिता स्व. हरनाम सिंह (78) के खिलाफ बाहर से महिलाएं बुलाकर घर में देह व्यापार कराए जाने की शिकायत मिली थी। इसके बाद लगातार सुखविंदर की निगरानी की जा रही थी।

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मुखबिर ने 9 अक्टूबर को एक महिला व दो ग्राहक घर में होने की पुख्ता सूचना दी। इसके बाद कोरबा सीएसपी राहुल देव शर्मा की अगुवाई में पुलिस की टीम ने मामले का पर्दाफाश करने जाल बुना। आरक्षक गुनाराम सिन्हा को सिविल ड्रेस में ग्राहक बनाकर भेजा गया। उसे हस्ताक्षरयुक्त 500-500 के दो नोट दिए गए थे। सुखविंदर से सौदा होने के बाद उसने यह रुपये उसे दे दिए। इसके साथ ही वह घर से बाहर निकल दरवाजे के पास से इशारा कर दिया।

आसपास ही सीएसपी राहुल देव व पुलिस की टीम सिविल ड्रेस में छिपी थी। इशारा मिलते ही टीम धड़धड़ाते घर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। उस समय कमरे के अंदर एक महिला व पुरुष थे। पुलिस ने उन्हें बाहर निकलवाया, तब दोनों आपत्तिजनक स्थिति में थे। पूछताछ के बाद स्पष्ट हुआ कि महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में मिला व्यक्ति विजय अग्रवाल पिता राम अवतार अग्रवाल (50) निवासी कोसमंदा थाना चांपा क्षेत्र निवासी है।

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सुखविंदर सिंह के साथ उस समय गुलाब पटेल पिता रामप्यारे पटेल (50) निवासी लच्छनपुर चौक थाना चांपा के साथ बैठा था। पुलिस ने तीनों आरोपितों को पीटा एक्ट की धारा 3, 4, 5, 7 के तहत गिरफ्तार कर लिया है। कार्रवाई के दौरान निरीक्षक दुर्गेश शर्मा, सीएसईबी चौकी प्रभारी कृष्णा साहू, आरक्षक देवनारायण कुर्रे, बुद्ध सिंह मधुकर, दीपेश प्रधान, गुनाराम सिन्हा, महिला आरक्षक संध्या राज व रीटा क्रिस्टीना तिग्गा मौजूद रहे।

इसलिए नहीं बनाया गया महिला को आरोपित

देह व्यापार में लिप्त महिला शहर के एक श्रमिक बस्ती की रहने वाली है। बताया जा रहा है कि उसका पति नागपुर में रहता है। दो छोटे बच्चे हैं। आर्थिक तंगी के कारण वह इस दलदल में फंसने को मजबूर हो गई। इसका फायदा मुख्य आरोपित सुखविंदर उठा रहा था। एक ग्राहक का उसे 500 रुपये दिया करता था, इसलिए पुलिस ने इस मामले में पीड़िता मानते हुए नाम गोपनीय रखा और आरोपित नहीं बनाया।

पहले भी कर चुकी है पुलिस कार्रवाई

इसके पहले भी पकड़े गए वृद्ध के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर चुकी है। यही नहीं शहर के कई स्थानों पर देह व्यापार के मामले सामने आ चुके हैं। कृष्णानगर व वाल्मीकि अटल आवास में पुलिस देह व्यापार का पर्दाफाश कर चुकी है। बावजूद इसके यह धंधा अब भी फल-फूल रहा है। पुलिस की इस कार्रवाई से इस तरह की गतिविधियों में संलग्न लोगों में हड़कंप मच गया है।

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