
ब्राजीलिया। ब्राजील ने अमेजन वर्षावन में लगी भयावह आग को बुझाने के लिए जी7 देशों की ओर से की गई मदद की पेशकश को ठुकरा दिया है। ब्राजील के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति जेयर बोल्सनारो ने जी7 देशों की मदद की पेशकश को ठुकराते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों से कहा कि वे अपने घर और अपने क्षेत्र पर ध्यान दें। राष्ट्रपति जेयर बोल्सनारो के ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ ओनिक्स लोरेन्जॉनी ने ‘जी1 न्यूज’ वेबसाइट से कहा कि हम (मदद की पेशकश की) सराहना करते हैं लेकिन ऐसी पेशकर यूरोप में वनीकरण के लिए ज्यादा मायने रखती है।
दरअसल, जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेजन वर्षावन में लगी भयावह आग को बुझाने के लिए फ्रांस की ओर से दो करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता देने का संकल्प लिया था। फ्रांस के बिआरित्ज में 26 अगस्त को संपन्न हुए जी-7 शिखर सम्मेलन में इस समूह के नेताओं ने अमेजन वर्षावन में लगी आग से निपटने में ब्राजील की मदद करने का संकल्प व्यक्त किया था। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि शिखर सम्मेलन के नेता ब्राजील की सहायता करने के लिए एक समझौते के करीब हैं।
उल्लेखनीय है कि अमेजन के जंगल धरती की कुल ऑक्सीजन का 20 फीसद हिस्सा उत्सर्जित करते हैं। वैश्विक समुदाय को इस बात की चिंता है कि इस आग से दुनिया की वायु गुणवत्ता बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। अमेजन बेसिन तीस लाख पौधों और जीवों की प्रजातियों का घर है। ग्लोबल वार्मिग रोकने में इस क्षेत्र का बड़ा योगदान है। पोप फ्रांसिस ने भी इस आग को लेकर चिंता जाहिर की और लोगों से प्रार्थना करने की अपील की थी ताकि इस पर जल्द काबू पाया जा सके। अमेजन का करीब 60 फीसदी हिस्सा ब्राजील में जबकि बाकी लीविया, कोलंबिया, इक्वाडोर, फ्रेंच गुएया, गुएना, पेरू, सूरीनाम और वेनेजुएला में पड़ता है।
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