उत्तर प्रदेश के बिजनौर में सीजीएम अदालत में पेशी पर आए हत्या के आरोप में पेशी पर लाए गए तीन बदमाशों पर शार्प शूटरों ने हमला बोल दिया। इसमें दो आरोपियों की मौत हो गई जबकि तीसरे की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। बताया गया कि हमलावर आरोपियों को कोर्ट परिसर में ही घेर लिया गया है। वहीं कोर्ट परिसर को पूरी तरह सील किया गया है।
28 मई को प्रॉपर्टी डीलर हाजी अहसान व उनके भांजे शादाब की नजीबाबाद में गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गांव कनकपुर निवासी शूटर दानिश सहित कई लोगों को पुलिस दबोच चुकी है। दिल्ली पुलिस ने गैंग के सरगना शाहनवाज व शूटर अब्दुल जब्बार को गिरफ्तार किया था।
हत्या की साजिश रचने में शामिल नजीबाबाद के गांव उब्बनवाला निवासी शूटर इकरार, नगीना देहात के गांव टांडा माईदास निवासी अफजाल, गांव कनकपुर निवासी दानिश उर्फ सोनू, नजीबाबाद के मोहल्ला पठानपुरा जाफ्तागंज निवासी आसिफ, गांव पाना हीमपुर निवासी असलम व गांव अलावलपुर निवासी इरशाद को दबोचा था। इकरार के पास से एक तमंचा, दो कारतूस व इरशाद के पास से बाइक व उसके पुर्जे बरामद हुए थे जबकि बाइक को कटवा दिया गया था।
मंगलवार को सीजीएम कोर्ट में तीनों को पेशी पर लाया गया था जहां पहले कोर्ट परिसर में पहले से मौजूद शार्प शूटरों ने अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। घटना से मौके पर हड़कंप मच गया। वहीं वकीलों ने तीनों आरोपियों को घेरकर दबोच लिया। बताया गया कि इस दौरान तकरीबन बीस राउंड गोलियां चलीं। वहीं हमले में आरोपी शहनवाज और जब्बार की मौत हो गई है। जबकि एक की मौत की अभी पुष्टि नहीं हो सकी है।
हाजी अहसान व उनके भांजे की हत्या में पुलिस ने शूटर समेत छह साजिश रचने वालों को दबोचा
नजीबाबाद के प्रॉपर्टी डीलर व बसपा नेता हाजी अहसान व उनके भांजे शादाब की हत्या में शामिल 25 हजार के इनामी बदमाश, दो प्रॉपर्टी डीलर सहित छह लोगों को पुलिस ने दबोचा है। इनमें से तीन आरोपी रंगदारी मांगते थे। अब तक दस लाख रुपये से ज्यादा की रंगदारी वसूल चुके थे। इन लोगों के मोबाइल फोन से कई बड़े लोगों के नंबर मिले हैं। गैंग का सरगना अपने साथियों को करोड़पति बनने का लालच देता था।
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