नई दिल्ली। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बुरी हालत में है और उसे पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री इमरान ख़ान हर संभव कोशिश कर रहे हैं। बीआरआई के तहत चीन ने पाकिस्तान में भारी निवेश किया है। पाकिस्तान उम्मीद कर रहा है कि इसके ज़रिए उसकी अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। लेकिन वर्ल्ड बैंक के ताज़ा आंकड़े पाकिस्तान के लिए बहुत उम्मीद नहीं जगाते। ऐसे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक नए अर्थशास्त्री डॉ रजा बाकिर को पाकिस्तान लेकर आए है।
आइए जानें कौन है ये शख्स …
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) में काम कर रहे पाकिस्तानी अर्थशास्त्री डॉ रजा बाकिर को स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) का नया गवर्नर नियुक्त किया है। आपको बता दें कि भारत के सेंट्रल बैंक आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) की तरह पाकिस्तान में एसपीबी (स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान) है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फैसले से पाकिस्तान को आईएमएफ से राहत पैकेज मिलने में मदद मिलेगी.
सरकार की ओर से शनिवार रात जारी अधिसूचना में कहा गया कि राष्ट्रपति ने डॉ रजा बाकिर को पदभार संभालने की तारीख से तीन साल के लिए एसबीपी का गवर्नर नियुक्त किया है.
हार्वर्ड और कैलिफोर्निया के बर्कले विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त बाकिर वर्ष 2000 से आईएमएफ से जुड़े हैं. फिलहाल वह मिस्र में आईएमएफ के वरिष्ठ प्रतिनिधि हैं.
महंगाई तोड़ रही है पाकिस्तानियों की कमर-पाकिस्तान की आर्थिक समन्वय समिति (ECC) ने पेट्रोल की कीमतों में 9 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है. इस बढ़ोतरी के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 108 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई .वहीं, डीजल के दामों में 4.89 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ी है. बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान में दूध की कीमत 180 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई थी. वहीं टमाटर का भाव 100 रुपये प्रति किलो हो गया था.
लगातार बढ़ रहा है कर्ज का बोझ- पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं विदेशी भुगतान के लिए धन की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान ने राहत पैकेज के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के प्रतिनिधिमंडल के साथ तकनीकी रूप की चर्चा शुरू हो चुकी है. आईएमएफ से पाकिस्तान लगभग आठ अरब डॉलर के कोश की मांग कर रहा है. पाकिस्तान भुगतान संतुलन के संकट से जूझ रहा है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था के डगमगाने का खतरा है.
Leave a Reply