कनाडा संसद: शर्मनाक हरकत पर अब यहूदियों के निशाने पर जस्टिन ट्रूडो

Canadian Parliament

कनाडा की संसद में खलिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर दिए गए बयान के मामले में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो की मुश्किलें अभी कम नहीं हुई थीं। अब इसी संसद में एक और गलती ट्रुडो और उनके स्पीकर ने कर दी। इन्होंने नाजियों के लिए काम करने वाले हिटलर की फौज के सैनिक का पार्लियामेंट में स्वागत कर दिया। जिसके कारण अब कनाडा में रहने वाले यहूदियों में गुस्से की लहर देखी जा रही है। पूरे देश के यहूदियों में गुस्सा फैल गया है।

हाउस ऑफ कॉमन्स में यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने संबोधन किया था। जिसके बाद कनाडाई सांसदों ने एक ऐसे व्यक्ति के लिए खड़े होकर तालियां बजा दी। जिसको दूसरे वर्ल्ड वॉर में नायक के तौर पर पेश किया गया था। ये शख्स हिटलर का सैनिक था, जिसने नाजी इकाई के लिए काम किया था। लिहाजा कनाडाई संसद में नाजियों के लिए काम करने वाले शख्स को सम्मानित कर जस्टिन ट्रूडो ने यहूदी विरोधी छवि को पेश कर दिया। जिसके बाद अब यहूदी कहने लगे हैं कि जो व्यक्ति लोकतंत्र की बात करता है, उसके मन में लोकतंत्र के लिए कितना सम्मान है, यह सब जाहिर हो गया है।

कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर की ओर से अब मामले को लेकर माफी मांगी गई है। कनाडाई संसद में 98 साल के यारोस्लाव हुंका को “यूक्रेनी नायक” के रूप में पेश किया गया था। जिसके कारण ही विवाद शुरू हुआ है। अब मामले में माफी की मांग यहूदी मानवाधिकार समूह की ओर से की गई है। इस संगठन ने कहा है कि हुंका ने दूसरे वर्ल्ड वॉर में एसएस के 14वीं वेफेन ग्रेनेडियर डिविजन के मेंबर के तौर पर काम किया था।

कनाडाई संसद के स्पीकर रोटा ने भी विवाद बढ़ने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है। जिसमें कहा गया है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति के संबोधन के बाद मैंने गैलरी में जिस व्यक्ति के लिए तालियां बजवाईं। मुझे उसके बारे में बाद में सही जानकारी मिली। जिसके बाद अब मुझे अपने फैसले पर पछतावा हो रहा है। जिसके बाद अब कनाडा के यहूदी लोगों में भी गुस्से की लहर है। ये लोग अब ट्रूडो के खिलाफ वीडियो मीम बनाकर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं।

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