ब्रज-भ्रमण : मन को मंदिर बना दे, वो है वृंदावन का राधारमण मंदिर
सालिगिराम पिटारी में भए राधारमन तहाहीं, ते श्री राधारमन अवें घेरे के बीच विराजें सालिगिराम चिन्ह अवलौं जिनकी सुपीठि पर राज, भोग राग तिहि कौ […]
सालिगिराम पिटारी में भए राधारमन तहाहीं, ते श्री राधारमन अवें घेरे के बीच विराजें सालिगिराम चिन्ह अवलौं जिनकी सुपीठि पर राज, भोग राग तिहि कौ […]
सलहकुल ने वृंदावन में धर्म और स्थापत्य के जो कीर्ति स्तंभ स्थापित किए, कट्टरपंथी ताकतों ने उन्हें खंडित कर दिया। गोपीनाथ घेरा में खड़े गोपीनाथ […]
करमेंती की कुटी बाग गोपीनाथहिं के मांहीं करमेंती सेखावत नृप के प्रोहित की सुता भगति रस सानि सो सेखावत के नृप की इह कुटी परम […]
नमो नमो दंपत्ति धीर समीर श्रमित होत तहां विरमि रहत है गौर श्याम राजत शरीर महारम्य आवनी द्रुम छांहीं लता रही झुकि जमुना नीर वृंदावन […]
आली म्हाने लागे वृंदावन नीको घर घर तुलसी ठाकुर पूजा, दरसण गोविंद जी को निरमल नीर बहत यमुना में, भोजन दूध दही को रतन सिंहासन […]
कबहुं कबहुं चंदन तरू निर्मित तरल हिंडोल । चढ़ि दोऊ जन झूलत फूलत करत कलोल ।। वर हिंडोल झकरोनि कामि निअधिक डरात । पुलिक पुलिक […]
सांझी फूल लैन, सुख दैन, मन मैननि कौं। शयामा जू साथ यूथ जुबतिन के धाये हैं।। चलत अधिक छवि छाजत छबीलीन कै। रंगीलिन के रंग […]
वृंदावन की कुंज गली में छिपा एक वन हरित्रयी बनाता है मध्यकाल में भक्ति की जो त्रिवेणी निज धाम में बही, उसकी तीसरी धारा किशोर […]