ब्रज भ्रमण: मेरे बांके बिहारी लाल तू इतना न करियो श्रंगार, नजर तुझे लग जायेगी

January 4, 2020 Priya Parashar 0

 मोर मुकुट कटि काछनी, कर मुरली उर माल। यहीं बानिक मो मन बसॆ सदा बिहारीलाल।। वृंदावन के प्राण है वो। उनके पास ले जाती गैल […]

ब्रज भ्रमण: नागरी कुंज में इन रसिकन की दुर्दशा देख तुमारौ जीऊ कलप उठैगौ

November 29, 2019 यूनिक समय 0

सांझी फूल लैन, सुख दैन, मन मैननि कौं। शयामा जू साथ यूथ जुबतिन के धाये हैं।। चलत अधिक छवि छाजत छबीलीन कै। रंगीलिन के रंग […]