नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने केरल में एक गर्भवती हथिनी (की हत्या को गंभीरता से लिया है। केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि यह भारतीय संस्कृति नहीं है कि जानवरों को पटाखा खिलाया जाए और उनकी हत्या की जाए। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
जावडेकर ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने केरल में हथिनी की हत्या को बहुत ही गंभीरता से लिया है। हम मामले की गहराई से जांच और दोषियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यह भारतीय संस्कृति नहीं है कि पटाखों को खिलाया जाए और जान ली जाए।
Central Government has taken a very serious note of the killing of an elephant in Kerala. We will not leave any stone unturned to investigate properly and nab the culprit(s). This is not an Indian culture to feed fire crackers and kill: Prakash Javadekar, Union Forest Minister pic.twitter.com/xuhIynS7db
— ANI (@ANI) June 4, 2020
यह मामला केरल के मलप्पुरम जिले का है। 27 मई को एक गर्भवती भूखी हथिनी भोजन की तलाश में जंगल के बाहर आ गई थी। वह गांव में भटक गई। कुछ स्थानीय लोगों ने उसके साथ शरारत की और उसे अनानास में पटाखे भरकर खिला दिया। भूख से बेहाल हथिनी ने वह अनानास खा लिया और कुछ ही देर में उसके पेट के अंदर पटाखे फटने लगे। इससे उसके मुंह और जीभ में जख्म हो गया। बाद में उसने दम तोड़ दिया। इस अमानवीय घटना पर सोशल मीडिया पर लोग जबरदस्त आक्रोश जाहिर कर रहे हैं।
केरल में एक अमानवीय घटना सामने आई है। यहां कुछ शरारती तत्वों ने एक गर्भवती हथिनी को पटाखों से भरा अनानास खिला दिया। पटाखे हथिनी के मुंह में फट गए और हथिनी के गर्भ में पल रहे बच्चे समेत उसकी मौत हो गई। यह दर्दनाक घटना वन विभाग के एक अधिकारी ने तस्वीरें सोशल मीडिया में पोस्ट कीं। कुछ ही देर में सोशल मीडिया में ये तस्वीरें वायरल हुईं और लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
मामला मलप्पुरम जिले की है। गर्भवती भूखी हथिनी भोजन की तलाश में जंगल के बाहर आ गई। वह गांव में भटक गई। कुछ स्थानीय लोगों ने उसके साथ शरारत की और उसे अनानास में पटाखे भरकर खिला दिया। भूख से बेहाल हथिनी ने वह अनानास खा लिया और कुछ ही देर में उसके पेट के अंदर पटाखे फटने लगे।
बच्चे के लिए हुई परेशान लेकिन…..
हथिनी बुरी तरह घायल हो गया। सूचना के बाद पहुंची रेस्क्यू टीम हथिनी को लेकर आई। हालांकि कुछ देर बाद ही हथिनी ने दम तोड़ दिया। रेस्क्यू टीम का हिस्सा रहे वन अधिकारी मोहन कृष्णन ने फेसबुक पर लिखा, ‘उसने सभी पर भरोसा किया। जब वह अनानास खा गई और कुछ देर बाद उसके पेट में यह फट गया तो वह परेशान हो गई। हथिनी अपने लिए नहीं बल्कि उसके पेट में पल रहे बच्चे के लिए परेशान हुई होगी, जिसे वह अगले 18 से 20 महीने में जन्म देने वाली थी।’
बुरी तरह मुंह में आए जख्म
अधिकारियों ने बताया कि पटाखे उसके मुंह में फट गए जिससे मुंह और जीभ बुरी तरह से जख्मी हो गए। दर्द के कारण वह कुछ खा नहीं पा रही थी। उसके पेट में पल रहे बच्चे को भी कुछ नहीं मिल पा रहा था। उसने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया।
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