चंडीगढ़। चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के नये मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। उन्हें राज्यपाल बीएल पुरोहित ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। पंजाब में दो डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। कार्यक्रम में राहुल गांधी भी पहुंचे। हालांकि पहले उनके यहां आने का प्रोग्राम नहीं था। वे देरी से यहां पहुंचे, ऐसे में शपथ ग्रहण समारोह 15-20 मिनट देरी से शुरू हुआ।
#WATCH Congress leader Rahul Gandhi and Punjab Congress president Navjot Singh Sidhu congratulate Charanjit Singh Channi on becoming the new Punjab CM#Chandigarh pic.twitter.com/QSl0QY9jI8
— ANI (@ANI) September 20, 2021
पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री बने चरणजीत सिंह चन्नी शपथ ग्रहण के लिए नवजोत सिंह सिद्धू और और पंजाब के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत के साथ राजभवन के लिए निकले थे। शपथ ग्रहण के बाद पंजाब भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। पंजाब में दो डिप्टी CM बनाए गए हैं। एक डिप्टी सीएम के लिए पहले ब्रह्ममोहिंदरा का नाम घोषित किया गया था। लेकिन वे कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी रहे हैं, लिहाजा उनका पत्ता कट गया और उनकी जगह ओपी सोनी का नाम आगे कर दिया गया। दूसरे डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा हैं हैं। वे सीएम की दौड़ में शामिल थे। बता दें कि रंधावा जट्ट सिख कम्युनिटी से आते हैं। जबकि ओपी सोनी हिंदू नेता हैं।
ओपी सोनी भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाते रहे हैं। जब उन्हें कैप्टन की सरकार में मंत्री बनाया था, तब शपथ ग्रहण से पहले उन्हें कैप्टन के पैर छुए थे। सोनी हिंदू नेता हैं।
जट्ट सिख समुदाय से आने वाले डिप्टी CM सुखजिंदर सिंह रंधावा कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के करीबी हैं। रंधावा ने ही सुनील जाखड़ को गुरदासपुर उपचुनाव जितवाने में ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब के की कुर्सी पर बैठने से पहले चरणजीत सिंह चन्नी सोमवार सुबह रूपनगर के श्री कटलगढ़ साहिब में अरदास करने पहुंचे। दलित नेता दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी का नाम का नाम ऐन मौके पर सामने आया था।
पंजाब कांग्रेस नेता हरमिंदर सिंह गिल ने सुनील जाखड़ के बयान पर टिप्पणी की है। गिल ने कहा कि चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला पार्टी आलाकमान का है, हरीश रावत का नहीं। बता दें कि हरीश रावत ने कहा है कि अगला चुनाव सिद्धू के नेतृत्व में लड़े जाएंगे।
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