पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में राष्ट्रध्वज फहराने के विवाद में बीजेपी के एक कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि हत्या में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं का हाथ है। इस संबंध में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं टीएमसी ने आरोप से इनकार किया है।
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पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मृतक खानकुल ब्लॉक का रहने वाला था। तिरंगा फहराने को लेकर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई, जिसमें बीजेपी कार्यकर्ता की कथित तौर पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने पीटा। बाद में उसने दम तोड़ दिया। राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि हमारे पार्टी कार्यकर्ता की इलाके में तिरंगा फहराने के मुद्दे पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। तृणमूल के नेता प्रबीर घोष ने आरोप से इनकार किया।
इससे पहले जुलाई में पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर जिले के कचुरी गांव में एक स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ता का शव एक पेड़ से लटका मिला था।
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पूर्णाचरण दास को एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया। एएनआई से बात करते हुए दास के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता जो दास को अपनी पार्टी में शामिल करने का आग्रह कर रहे थे, उन्होंने ही ‘हत्या’ की है।
वहीं मरने वाले की बहन ने दावा किया कि मेरा भाई भारतीय जनता पार्टी के लिए पार्टी का काम करता था। इसीलिए उन्होंने उसे मार डाला।
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