दोनों नेताओं ने कहा कि बीडीसी चुनाव ट्रेलर भर हैं। पूरी पिक्चर अभी बाकी है। शहीदी चौक स्थित पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में दोनों नेताओं ने कहा कि जीत कर आए निर्दलीय बीडीसी अध्यक्षों के साथ कांग्रेस खड़ी है। विकास के हर मामले में उन्हें पार्टी का पूरा समर्थन मिलेगा।
रवींद्र शर्मा ने कहा कि बीडीसी चुनाव में कांग्रेस ने पहले हिस्सा लेने की इच्छा जताई थी, लेकिन सरकार ने पार्टी नेताओं पर पाबंदियां जारी रखीं। विपक्ष को चुनाव के लिए तैयार होने का मौका नहीं दिया गया। लोगों को ध्यान भटकाया गया। कश्मीर में 12,963 पंच सरपंचों की सीटें खाली हैं। बिजबिहाड़ा जैसे ब्लॉक में तीन वोटों पर ही चुनाव करवा दिए गए। फिर भी नतीजों को अपनी तरफ खींचने में भाजपा कामयाब नहीं हो पाई।
हरियाणा और महाराष्ट्र में भी भाजपा के मत प्रतिशत में गिरावट आई है। देश में भाजपा बदले की भावना से राजनीति कर रही है। 73वें संशोधन के तहत बीडीसी चुनाव नहीं करवाए गए हैं। कश्मीर में हालात पर गंभीर चिंता है। कांग्रेस ट्रक चालकों की हत्या करने की निंदा करती है। सरकार आतंकवाद के खात्मे को ठोस कदम उठाने के साथ पाक को करारा जवाब दे।
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