नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में चीन को चेतानवी दी है। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार को सलाह दी है कि वो तुरंत ताइवान से राजनयिक संपर्क बनाए. उनका ये बयान पिछले दिनों सिक्किम के बाॉर्डर पर चीन और भारतीय सेना के बीच झड़प के बाद आया है। इस झड़प में दोनों देशों के सैनिक घायल हुए थे।
क्या कहा चौधरी ने?
चौधरी ने ट्वीट करते हुए सुझाव दिया कि भारत सरकार की तरफ से ताइवन को संप्रभु देश की मान्यता दे दी जाए. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘चीन! सावधान हो जाओ. भारत को पता है कि तुम जैसे जहरीलों सापों के फन को कैसे कुचला जाता है. पूरी दुनिया की नजर तुम्हारी चालाकी पर है. मैं सरकार को अब बिना समय गंवाए ताइवान से राजनयिक संबंध स्थापित करने का सुझाव देता हूं।
कांग्रेस ने बयान से झाड़ा पल्ला
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने अधीर रंजन के इस बयान से पल्ला झाड़ लिया है. उनका कहना है कि वो ताइवान और चीन को लेकर जो कुछ भी कह रहे हैं वो कांग्रेस की राय नहीं है. बता दें कि अधीर रंजन ने ट्वीट करने के कुछ देर बाद ही इसे हटा लिया था।
The Indian National Congress recognises and values the special strategic partnership between India and China. As two ancient civilisations and large economies of the world both countries are destined to make a significant contribution in the 21st Century.
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) May 12, 2020
क्या है चीन-ताइवान विवाद?
बता दें कि चीन ताइवान को अपना ही एक इलाका मानता है. चीन ने उसे सभी अंतरराष्ट्रीय संगठनों से अलग करने की मांग की है. जबकि ताइवान खुद को एक अलग लोकतंत्र बताता है. यहां साल 1949 में चीन से भागकर आए लोग बस गए थे. अगले कुछ दिन में विश्व स्वास्थ्य संगठन, डब्लुएचओ की तरह वर्ल्ड हेल्थ असेंबली, डब्लुएचए का आयोजन करने जा रहा है. चीन चाहता है कि किसी तरह से इसमें ताइवान को शामिल नहीं किया जाए क्योंकि चीन ताइवान पर अपना दावा जताता है।
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