नई दिल्ली। बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने बुद्धवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। मायवती ने दिग्विजय सिंह पर भी तीखा हमला बोला। मायावती ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी गठबंधन चाहते थे, लेकिन दिग्विजय सिंह गठबंधन के खिलाफ थे। मायावती ने कहा कि गठबंधन की आड़ में कांग्रेस बसपा को खत्म करना चाहती है।
दिग्विजय सिंह और कुछ अन्य नेता नहीं चाहते थे कि बसपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो। कांग्रेस जातिवादी पार्टी है। वह सीबीआई और ईडी जैसी जांच एजेंसियों से डरते हैं। मायावती ने दिग्विजय सिंह के बयान कि मायावती पर केंद्र सरकार प्रेशर डाल रही है। इसीलिए वह गठबंधन नहीं करना चाहती हैं वाले बयान पर पलटवार किया।
मायावती ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस गठबंधन की आड़ में बीएसपी को खत्म करना चाहती है। बीएसपी और कांग्रेस में गठबंधन न होने पाए इसके पीछे दिग्विजय सिंह का निजी स्वार्थ शामिल है। मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की रस्सी जल गई, मगर बल नहीं गया। कांग्रेस ने गुजरात से कुछ सबक नहीं लिया।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी दोनों आने वाले विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनावों के लिए बसपा के साथ गठबंधन चाहते थे, लेकिन यह दुख की बात है कि कांग्रेस पार्टी में दिग्विजय सिंह और अन्य नेताओं ने केंद्रीय जांच एजेंसी मसलन सीबीआई की डर से ऐसा नहीं होने दिया। वे किसी भी कीमत पर हमारे बीच में कोई चुनावी गठजोड़ नहीं चाहते। मायावती ने कहा कि दिग्विजय सिंह भाजपा के एजेंट हैं। मायावती ने कहा कि हमने किसी पद या ऑफर के लिए सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।
बीएसपी सुप्रीमो ने यह भी कहा कि बहुजन समाज पार्टी आगामी समय में होने वाले विधानसभा चुनाव में अकेले ही उम्मीदवारी करेगी और कांग्रेस से अब कभी गठबंधन नहीं किया जाएगा।
मायावती ने आगे कहा कि यह हैरान करने वाली बात है कि कांग्रेस का यह नेता जो कि बीजेपी का एजेंट है वह टीवी पर बसपा प्रमुख का नाम लेकर कहते हैं कि मायावती केंद्र सरकार के दवाब में गठबंधन नहीं करना चाहती जो कि यह पूरी तरह से झूठ है। सच यह है कि कांग्रेस पार्टी बसपा को और इसके अस्तित्व को खत्म करना चाहती है। बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि CBI-ED की डर वाली बात बेबुनियाद है।
सच तो यह है कि कांग्रेस ने देश पर राज करने के लिए दलितों का इस्तेमाल किया और वह जातिवाद और सांप्रदायिक माइंडसेट की है और उसने दलित समुदाय के लिए आज तक कुछ भी नहीं किया है। मायवती ने कहा कि ऐसा लगता है कि बीजेपी को हराने में कांग्रेस की दिलचस्पी नहीं है। बीएसपी राजस्थान और मध्य प्रदेश में अकेले ही चुनाव लड़ेगी।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के चुनाव में मायावती ने बीते दिनों अजीत जोगी की पार्टी के साथ गठबंधन करने की घोषणा की थी। मायावती के इस फैसले के बाद राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को झटका लगा था, जिसके बाद से ही पार्टी नेताओं ने मायावती की आलोचना शुरू की थी।
Leave a Reply