नई दिल्ली: महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावी नतीजों से सबक लेते हुए कांग्रेस ने इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में भी गठबंधन में चुनाव लडऩे का निर्णय लिया है। यह गठबंधन राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ किया जा रहा है। कांग्रेस 66 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि राजद 4 सीटों पर। हालांकि बृहस्पतिवार देर रात तक भी इसे लेकर औपचारिक स्तर पर पुष्टि नहीं हो सकी थी। बताया जा रहा है कि शनिवार को दोनों पाॢटयां संयुक्त पत्रकार वार्ता कर सभी 70 उम्मीदवारों की घोषणा करेंगी। दिल्ली के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जब कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ेगी।
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक पार्टी आलाकमान की सहमति से ही राजद के साथ गठबंधन का फैसला लिया जा रहा है। इसका मुख्य मकसद बिहार और पूर्वांचल के मतदाताओं को साधना है। बताया जा रहा है कि राजद ने 5 से 10 सीटों की मांग रखी है जबकि कांग्रेस ने 4 सीटों की पेशकश की है। इन सभी सीटों पर पूर्वांचल के मतदाताओं की संख्या कहीं अधिक है। बातचीत बदरपुर सीट को लेकर भी चल रही है। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस ने वीरवार देर रात तक 42 सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं जबकि शेष सीटों पर शुक्रवार रात तक तय कर दिए जाएंगे। राजद ने भी अपने उम्मीदवारों के नाम अंदरखाते तय कर दिए हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने माना कि राजद के साथ सीटों के बंटवारे पर बातचीत चल रही है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने सिर्फ यही कहा कि अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। अलबत्ता एक-दो दिन में सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
आदर्श आचार संहिता के 116 मामले
दिल्ली विधानसभा के 8 फरवरी को होने वाले चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न कराने के लिए तैनात विभिन्न एजैंसियों ने अवांछनीय तत्वों पर शिकंजा और कस दिया है। अब तक आदर्श आचार संहिता (एम.सी.सी.) उल्लंघन मामले में 116 प्राथमिकियां दर्ज की जा चुकी हैं जबकि आबकारी कानून में 376 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ एम.सी.सी. उल्लंघन के 9, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरुद्ध क्रमश: 4 तथा एक मामला दर्ज किया गया है।
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