नई दिल्ली। कोरोना का टीका लगवाने के लिए इंजेक्शन लेने की अनिवार्यता खत्म हो गई है। अगर कोई इंजेक्शन नहीं लगवाना चाहता है तो नेजल वैक्सीन ले सकता है। भारत सरकार ने भारत बायोटेक द्वारा बनाए गए नेजल वैक्सीन को स्वीकृति दे दी है। यह टीका लगवाने के लिए CoWIN ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि बूस्टर डोज के रूप में भारत बायोटेक के नेजल वैक्सीन को मंजूरी दी गई है। यह वैक्सीन निजी केंद्रों में उपलब्ध होगी। इसे शुक्रवार शाम से CoWIN पर पेश किया जाएगा। नेजल वैक्सीन आने से भारत में तीसरी या एहतियाती खुराक के लिए लोगों के पास एक और विकल्प मिल गया है। भारत बायोटेक द्वारा Covaxin भी बनाया जाता है।
भारत बायोटेक के नेजल वैक्सीन को 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगाया जा सकता है। वैक्सीन की कीमत जल्द ही तय की जाएगी। वर्तमान में भारत बायोटेक के कोवैक्सिन, सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशील्ड और कोवोवैक्स, रूसी स्पुतिंक वी और बायोलॉजिकल ई लिमिटेड के कॉर्बेवैक्स कोविन पोर्टल में लिस्टेड हैं। विज्ञान मंत्रालय ने भारत बायोटेक के नेजल वैक्सीन को ‘भारत द्वारा विकसित COVID के लिए दुनिया का पहला इंट्रा-नेजल वैक्सीन’ के रूप में मान्यता दी है। वैक्सीन वाशिंगटन यूनिवर्सिटी सेंट लुइस के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है।
भारत बायोटेक के नेजल वैक्सीन का नाम iNCOVACC है। यह नाक के जरिए इंसान के शरीर में पहुंचता है। इससे कोरोना का संक्रमण और फैलाव दोनों रुकता है। इसके लिए हेल्थ वर्कर को खास ट्रेनिंग देने की जरूरत नहीं होती। इस वैक्सीन का प्रोडक्शन और स्टोरेज आसाना है। इसके चलते वैक्सीन बर्बाद होने की समस्या का समाधान होगा। इंजेक्शन से डरने वाले लोगों के लिए यह टीका राहत देगा।
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