आटा फैक्टरी की आड़ में चल रहा था नकली शराब का कारोबार

लॉकडाउन में शराब बिक्री पर प्रतिबंध नकली शराब बनाने के कारोबारियों के लिए मुफीद साबित हो रहा है। क्वार्सी पुलिस ने एसओजी/सर्विलांस की मदद से ऐसे ही कारोबार का भंडा फोड़कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह लोग तालानगरी में आटा फैक्टरी की आड़ में नकली शराब बनाने की फैक्टरी चला रहे थे और धड़ल्ले से बाजार में बेच रहे थे। इस फैक्टरी में विभिन्न अंग्रेजी ब्रांडों की नकली शराब स्प्रिट व केमिकल की मदद से बनाई जा रही थी। खास बात है कि इस शराब का अत्यधिक सेवन जानलेवा भी हो सकता है। पुलिस की छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में माल बरामद हुआ है। पूछताछ में इन लोगों ने स्वीकारा है कि 30 रुपये में तैयार हो रहे हाफ को यह लोग 100 रुपये में बेच रहे थे। सीओ तृतीय अनिल समानिया व इंस्पेक्टर क्वार्सी छोटेलाल ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन में लगातार प्रतिबंध के बावजूद शराब बिक्री की सूचनाओं पर काम करते हुए इंस्पेक्टर क्वार्सी व एसओजी/सर्विलांस की टीम ने आबकारी के सहयोग से प्रदीप व स्वास्थ्य विभाग में तैनात रामबाबू के बेटे पंकज उपाध्याय को पकड़ा था। इनके पास अंग्रेजी शराब के अलावा तमंचे आदि भी मिले।
उनसे जब पूछताछ हुई तो उन्होंने बताया कि वह तालानगरी में संचालित अवैध फैक्टरी से यह माल ला रहे हैं। इस सूचना पर टीम ने वहां छापेमारी की तो पाया कि एक फैक्टरी में आटा फैक्टरी संचालित है, उसी आड़ में अवैध शराब फैक्टरी चल रही थी। जहां से श्यामवीर व सुशील को गिरफ्तार किया गया। मौके से तैयार, अधबनी शराब, शराब बनाने के उपकरण, बोलतें, रेपर,पैकिंग, विभिन्न ब्रांड की शीशियां आदि बरामद किया गया।

उन्होंने स्वीकारा कि हम लोग स्प्रिट में कैमिकल मिलाकर यह नकली अंग्रेजी शराब बना रहे थे। इन्हें हम लोग शराब ठेकेदार धर्मेंद्र यादव को सप्लाई दे रहे थे, जबकि यह फैक्टरी अजीत ठाकुर की है। जनवरी माह से यह काम यहां शुरू करना और अब तक भारी मात्रा में बिक्री करना स्वीकारा है।

इंस्पेक्टर के अनुसार सभी के खिलाफ आम्स एक्ट, आबकारी अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम, महामारी अधिनियम, धोखाधड़ी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इन चारों से पूछताछ जारी है कि शराब बनाने का माल कहां से लाया जाता है। एसएसपी ने पुलिस टीम को इनाम देने की घोषणा की है।

ये हुआ बरामद

1 तमंचा 315 बोर 4 कारतूस, 1 तमंचा 32 बोर 2 कारतूस, 200 लीटर लेक्टीफाइड स्प्रिट (1 ड्रम में), 2 ड्रम खाली, 18 हाफ मैक डबल भरे हुए मैक डबलब्रांड, 75 लीटर मिश्रित शराब, 7897 लेवल गुड ईवनिग, 400 लेवल मिस इंडिया, 24036 क्यूआर कोड, 1 किलो ग्राम यूरिया, 20 लीटर की खाली बोतल व 1 बोतल भरी मिश्रित शराब, 224 बेव मार्का हरे ढक्कन, 10,000 बेव मार्का ढक्कन लाल, 60 ढक्कन इम्पीरियल ब्लू, 40 ढक्कन आरएस, 217 ढक्कन मैक डबल नंबर 1, एक बंडल खाली पेकिग हेतु, 4 बंडल धागा, 25,000 रुपये नगद व दो एक्टिवा बरामद

ये हुए गिरफ्तार

– प्रदीप पुत्र अजयपाल निवासी हरनोट भोजपुर पालीमुकीमपुर हाल निवासी फ्लैट नंबर 304 ओम अपार्टमैंट स्वर्ण जयन्तीनगर क्वार्सी
– पंकज उपाध्याय पुत्र रामबाबू निवासी पं. दीन दयाल अस्पताल क्वार्सी
– श्यामबीर पुत्र नबाब सिह निवासी नगला लाल थाना दादों हाल निवासी सहार रेजीडेंसी फ्लेट नंबर 301 क्वार्सी
– सुशील कुमार पुत्र रमेशचन्द्र निवासी सांकरा दादों हाल राज्य कर्मचारी गेट स्वर्ण जयन्ती नगर क्वार्सी

फरार अभियुक्त

– धर्मेन्द्र यादव पुत्र गौतम सिंह निवासी गोविला लहरा सलेमपुर थाना दादों
-अजीत ठाकुर निवासी आरएएफ रोड क्वार्सी
जब ब्लड सैंपलिंग कराते समय छूट भागे एसओजी प्रभारी
एसओजी प्रभारी को पिछले दो दिन से हल्के बुखार की शिकायत थी। इस पर वह दोपहर में ब्लड बैंक में सैंपल देने गए थे। जब उन्हें सूचना मिली तो वह सैंपल देकर भाग छूटे और सीधे कार्रवाई में जुट गए। कुछ देर बाद उन्हें टाइफाइड कन्फर्म हुआ, जिस वक्त टाइफाइड बताया गया तो वह फैक्टरी में छापेमारी में जुटे थे। यह सुन अधिकारियों ने उन्हें घर जाकर आराम करने की सलाह दी।

गिरफ्तारी में शामिल टीम

इंस्पेक्टर क्वार्सी छोटेलाल एसएसआई राजीव कुमार, एसआई संदीप कुमार,कांस्टेबल बृजेश रावत, मनदीप सिंह, जसवीर सिंह, देवेंद्र, संजय, मनोज केअलावा एसओजी/सर्विलांस प्रभारी अभय शर्मा, टीम से राकेश कुमार, दुर्विजय सिंह, मनोज कुमार, आबकारी निरीक्षक विचित्र कुमार, सतेंद्र, राजेंद्र आदि।

 

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*