बिहार के 2015 विधानसभा चुनाव के लगभग सभी एग्जिट पोल के नतीजों में बीजेपी के जीतने का अनुमान लगाया गया था। लेकिन बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बन गई थी।
Delhi Election 2020: दिल्ली विधानसभा 2020 के 70 सीटों पर एग्जिट पोल के नतीजे आ गए हैं। लेकिन एग्जिट पोल के नतीजे कितने सही हैं, इस पर हमेशा लोगों को शक होता रहा है। तो आइए जानते हैं कि अब तक के इतिहास में एग्जिट पोल के नतीजे कब कब गलत साबित हुए हैं।
2015 एग्जिट पोल के नतीजे कितने सही
पिछले दिल्ली चुनाव 2015 में ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजे में आप को बहुमत के साथ जीत मिलती हुई दिखाई गई थी। लेकिन किसी भी एजेंसी ने यह अंदाजा नहीं लगाया था कि आप सरकार इतनी ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। इंडिया न्यूज ने आप के लिए जहां 53 सीटों का अनुमान लगाया था, वहीं न्यूज 24 के चाणक्य ने आप सरकार के लिए 48 सीटों का अनुमान लगाया था। बाकी सारी एजेंसियों ने आप सरकार को 35 से 40 सीटें मिलने की उम्मीद जताई थी। लेकिन आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर अपनी सरकार बना ली जो बहुमत से कहीं ज्यादा थी। उस एग्जिट पोल के नतीजें भी गलत साबित हुए थे।
2014 एग्जिट पोल के नतीजे कितने सही
साथ ही 2014 के लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नजीजे भी सही साबित नहीं हुए थे। उस चुनाव में न्यूज 24 चाणक्य ने 340 सीटों पर बीजेपी के जीत का अनुमान लगाया था। जिसका अनुमान वास्तविक नतीजे के करीब था। उस चुनाव में बीजेपी ने 336 सीटें जीती थी। बाकी सारी एजेंसियों ने बीजेपी को 250 से 300 सीटों पर ही जीत का अनुमान लगाया था। जो गलत साबित हुआ था। वहीं कांग्रेस सरकार को सभी एजेंसियों ने 100 से ज्यादा सीटें जीतने का अनुमान लगाया था। जिसके आस-पास भी कांग्रेस को सीटें नहीं मिल पाई थी।
2009 एग्जिट पोल के नतीजे कितने सही
2009 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो सभी एजेंसियों ने अनुमान लगाया था कि कांग्रेस सरकार को 200 से कम सीटें मिलेंगी। लेकिन कांग्रेस सरकार ने 262 सीटें जीतकर सबको गलत साबित कर दिया था। ठीक उसी तरह 2004 और 1998 के एग्जिट पोल के नतीजे भी सटीक नहीं हो पाए थे।
बीजेपी अब भी जीत सकती है चुनाव
अगर बीजेपी सरकार दिल्ली चुनाव 2020 के एग्जिट पोल के नतीजों में हार रही है तो बीजेपी समर्थकों को अभी हार नहीं माननी चाहिए। क्योंकि पहले के ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजे गलत साबित हुए हैं। अगर बीजेपी पार्टी को एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार 26 सीटें मिल रही हैं तो 11 फरवरी को आने वाले वास्तविक नतीजों में यह संख्या बढ़ भी सकती है। बता दें कि बिहार के 2015 विधानसभा चुनाव के लगभग सभी एग्जिट पोल के नतीजों में बीजेपी के जीतने का अनुमान लगाया गया था। लेकिन उस एग्जिट पोल के नतीजे भी पूरी तरह से फेल हो गए थे और बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बन गई थी।
1980 में हुई थी एग्जिट पोल की शुरुआत
एग्जिट पोल भारत में 1980 के मध्य में आया जब मीडिया ने चुनाव के सर्वे निकालने शुरु किए। इसके बाद दूरदर्शन ने पहली बार 1996 में एग्जिट पोल के नतीजे निकालने शुरू किया। इसके बाद 20 की दशक में एग्जिट पोल बाजार पर छा गए।
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