
यूनिक समय, नई दिल्ली। दिल्ली में गर्मी बढ़ने के साथ बिजली की मांग भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। मंगलवार दोपहर 3:30 बजे 5029 मेगावाट की बिजली की अधिकतम मांग दर्ज की गई, जो इस सीजन का अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है। इसके अलावा, आने वाले महीनों में बिजली की डिमांड 9000 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान है, जो शहर के बिजली बुनियादी ढांचे के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती प्रस्तुत करता है।
पिछले साल दिल्ली में बिजली की अधिकतम डिमांड 8656 मेगावाट थी। इस साल, पावर वितरण कंपनियां, जैसे बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (BRPL) और बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (BYPL), दक्षिण, पश्चिम, पूर्व और मध्य दिल्ली में 50 लाख से अधिक उपभोक्ताओं और 2 करोड़ निवासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं।
इन कंपनियों ने दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौतों (PPA) और पावर बैंकिंग व्यवस्थाओं के माध्यम से अतिरिक्त बिजली सुनिश्चित करने की तैयारी की है। इसके अलावा, पावर संकट के दौरान 500 मेगावाट तक की अतिरिक्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कई राज्यों के साथ पावर बैंकिंग व्यवस्था भी की गई है।
दिल्ली में बढ़ते तापमान के बीच स्वास्थ्य विभाग ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों को गर्मी और लू से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गई है। खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, बाहर काम करने वालों और पहले से बीमार लोगों को गर्मी से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति सचेत रहने की सलाह दी गई है।
इस मौसम में स्वास्थ्य की सुरक्षा और बिजली आपूर्ति दोनों ही महत्वपूर्ण मुद्दे बन चुके हैं, जिन पर प्रशासन लगातार निगरानी रखे हुए है।
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