एडीजी के बोलने पर लोगों की जुबान पर नामों को लेकर कयास…
प्रमुख संवाददाता
मथुरा। कौन है माफिया। किसने अटूट संपति अर्जित की है। पूरे जिले में तीन दिन से लोगों की जुबान में यह चर्चा हो रही है। कयास लगा-लगाकर सात नामों पर दिमागी कसरत हो रही है। चंूकि उन सातों को अपने बारे में पता होगा किंतु पुलिस के एडीजी अजय आनंद मथुरा में सात माफियाओं का जिक्र कर हलचल पैदा कर दी है। इसकी वजह थी उनके द्वारा किसी माफिया का नाम न खोलना।
गौरतलब है कि कानपुर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर में ढेर होने के बाद यूपी सरकार ने प्रदेश भर आपरेशन क्लीन चलाने का निर्देश दिया। इस आपरेशन का असर प्रदेश भर में दिखाई भी दे रहा है। पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी ने प्रदेश के जिलों की कानून व्यवस्था एवं कोविड -19 के बारे में जानकारी लेने के लिए पुलिस अफसरों को नोडल अधिकारी बनाकर भेजा था। इस श्रंखला में तीन दिन पहले मथुरा के नोडल अधिकारी के रुप में एडीजी अजय आनंद आए। मीडिया से बात करते हुए मथुरा में सात माफियाओं का जिक्र किया। कहा कि इनकी संपत्ति की जांच होगी।
नोडल अधिकारी एडीजी अजय आनंद तो चले गए, किंतु वह जिले में अपना तीर छोड़ गए। इस तीर के निशाने पर सात माफिया कौन है। इन माफि याओं को लेकर चरचा हो रही है। वह कौन से माफिया है, जिन्होंने बड़े पैमाने पर काला धन और संपत्ति अर्जित की है। अभी तक सब कुछ पुलिस के पिटारे तक सीमित है। पिटारा खुलेगा तो उसमें माफिया के नाम पते सामने आएंगे, उसके बाद जनता चौंकेगी। मुंह दबाकर सोचेगी क्या फलां ऐसा भी करता था। कुछ लोग ऐसे हैं, जो जुगाड़ लगाकर नामों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं
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