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संवाददाता
यूनिक समय, मथुरा। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की सरकारी कार्यालयों में लेट लतीफ आने वाले अधिकारी और कर्मचारियों का खबर लेना शुरु कर दिया है। साफ संकेत दे दिया है कि यदि पुरानी आदत नहीं छोड़ी तो कार्रवाई तय है। उन्होंने सरकारी कार्यालय के निरीक्षण करने की जिम्मेदारी डिप्टी कलेक्टर राजीव उपाध्याय को सौंप दी। डिप्टी कलेक्टर ने सुबह-सुबह 10 बजे मथुरा-वृंदावन मार्ग स्थित आईटीआई कॉलेज के कार्यालय पहुंच गए। यहां की कार्यशाला में कक्षाएं प्रारंभ होने का समय सुबह 8:30 बजे है, लेकिन इस आफिस का देखने लायक था। किसी को यह खबर ही नहीं थी कि उनकी लेटलतीफी पकड़ी जाएगी। आकस्मिक निरीक्षण में 14 कार्यदेशक/ अनुदेशक व 5 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए।
डिप्टी कलेक्टर ने हाजिरी रजिस्टर मंगाकर चेक किया। इस दौरान अनुपस्थित पाए गए कार्यदेशक/ अनुदेशकों में एमपी वर्मा, अशोक कुमार ,सतीश कुमार ,देवेंद्र प्रकाश पाली, अशोक कुमार, योगेंद्र कुमार, विपिन कुमार, ओमप्रकाश, गिर्राज सिंह ,श्यामसुंदर खंडेलवाल, पवन कुमार, भागीरथ ,बृजेश पोसवाल व मोनू ढाका शामिल बताए जा रहे है। श्रीचंद्र सिंह, संजय सक्सेना, रामप्रकाश, अजय कुमार व गुड़िया देवी समेत 5 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। अनुदेशक अवधेश कुमार व कमल सिंह मेडिकल अवकाश पर बताए गए। डिप्टी कलेक्टर उपाध्याय ने बताया कि अनुपस्थित पाए गए सभी 19 कर्मचारियों का नियमानुसार वेतन काटे जाने की संस्तुति जिलाधिकारी को भेज दी है।
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