नई जिल्ली। एक भारतीय मूल का परिवार अमेरिका से दिल्ली आया और अब वह अपने घर वापस नहीं जा पा रहा है। पिछले छह हफ्तों से वह यहीं फंसे हुए हैं। अपने परिवार के साथ भारत आए सौरव मजूमदार यहां कागजी कार्रवाई के चक्कर में फंसे हुए हैं। दरअसल, वह अपना एच 1 बी वीजा के नवीकरण कराने के लिए आए थे और अब कागजी कार्रवाई चलते वापस नहीं जा पा रहे हैं।
दो शर्ट और दो कपड़े लेकर आए थे भारत: सौरव
सौरव मजूमदार कहता हैं कि मैंने दो सप्ताह के लिए पैकिंग की थी। मैंने सिर्फ दो शर्ट और दो पैंट पैक की थी। अब मैं और कपड़े क्यों खरीदूं। मेरे पास अमेरिका में बहुत से कपड़े हैं। उनकी यो दो सप्ताह की यात्रा एक बुरे सपने में बदल कर रह गई। मजूमदार अपनी पत्नी, दो बच्चे (जिनका जन्म अमेरिका में ही हुआ) उनके साथ भारत आए थे। मजूमदार की पत्नी इशिता (41 वर्षीय) कहती हैं कि हमने कभी ने सोचा था ये सब हमारे साथ होगा। एक ओर जहां वह अपने एच 1 बी वीजा का नवीकरण कराने के प्रयास में उनके बच्चे समीर (6 वर्ष) और सितारा (11 वर्ष) अपनी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं।
बच्चों की पढ़ाई का हो रहा नुकसान
मजूमदार कहते हैं कि एक 6 साल के बच्चे को किस तरह समझाया जाए की वह अपने घर वापस क्यों नहीं जा पा रहे हैं। वह आगे कहते हैं कि उनकी बेटी सितारा जिसे बचपन से ही ऑर्केस्ट्रा बहुत पसंद है। उसकी प्रैक्टिस नहीं कर पा रही है। वह बताते है कि सितारा ने गर्मियों में एक ऑडिशन पार करने के बाद ऑर्केस्ट्रा क्लास में एडमिशन लिया था। मजूमदार और इशिता मेनन करीब 19 साल पहले अमेरिका गए थे।
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