कर्ज में डूबे किसान ने दी जान, मौत के लिए इन लोगों को बताया जिम्मेदार

नई दिल्ली। किसानों की समस्याएं सुलझाने और उनकी कर्ज माफी को लेकर हर पार्टी बड़े-बड़े वादे कर सत्ता में तो आ जाती है, लेकिन सत्ता में आते ही किसानों की समस्याएं भूलने लग जाती है. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनते ही गहलोत सरकार ने किसानों के कर्ज माफी की घोषणा कर दी थी. लेकिन राजस्थान के श्रीगंगानगर के एक किसान की आत्महत्या करने के मामले ने सरकार की पोल खोल के रख दी है. गंगानगर के सांसद ने इस मसले को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के समक्ष उठाया है.

कर्जामाफी का वादा पूरा न कर पाने का आरोप लगाया
श्रीगंगानगर में ठकरी गांव के निवासी सोहनलाल मेघवाल ने अपने सुसाइड नोट में अपनी मौत के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को जिम्मेदार ठहराया है. किसान ने दो पन्नों के सुसाइड नोट में गहलोत सरकार पर कर्ज माफी का वादा पूरा न करने का आरोप लगाया है. एनडीटीवी के मुताबिक, सोहनलाल ने खुदकुशी करने से पहले फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया था, जिसके बाद उसके पड़ोसियों को इस बात का पता चल सका कि वो खुदकुशी करने वाला है. लेकिन फिर भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. जब तक आस पड़ोस के लोग उसके घर पहुंचे उससे पहले ही उसने जहर खा लिया था और अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई.

वीडियो में दिया इमोशनल संदेश
बैंक के कर्ज से परेशान किसान ने वीडियो के जरिए गहलोत सरकार को इमोशनल संदेश देते हुए कहा, ‘मैं खुद को मार रहा हूं. लेकिन मैं गहलोत सरकार से गुजारिश करता हूं कि वो किसानों की परेशानियों को समझे और उनका कर्ज चुकाए. अगर मैंने कुछ गलत किया है तो मैं अपने परिवार से भी माफी मांगना चाहता हूं. मुझे उम्मीद है कि मेरी मौत के बाद हमारे गांव में फिर से एकता होगी.’

पढ़ें क्या बोले सचिन पायलट
मिली जानकारी के अनुसार किसान की मौत से लोगों में काफी गुस्सा है और वो जमकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि पुलिस ने अभी तक सुसाइड नोट की पुष्टि नही की है. वहीं इस पूरे मामले पर डिप्टी सीएम सचिन पायल का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. इस घटना का हमें पछतावा है. मुझे अभी तक जो भी जानकारी मिली है, उसके मुताबिक, उस शख्स (किसान) पर कोई कर्जा नहीं था. राज्य में किसानों के बेहतर भविष्य के लिए राजस्थान सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*