नई दिल्ली। पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ते हुए विंग कमांडर अभिनंदन एलओसी पार कर गए, जिसके बाद उनके विमान को मार गिराया गया। हालांकि इस हमले में वह बच गए, लेकिन दुश्मनों ने उन्हें पकड़ लिया। दुश्मन पाक के खिलाफ लड़ने का जज्बा अभिनंदन को अपने पिता को देखकर ही मिला है। उनके पिता सिम्हाकुट्टी वर्धमान वायु सेना में एयर मार्शल रहे हैं। अभिनंदन के पिता ने एक पत्र लिखा, जो वायरल हो गया। उन्होंने इस खत में लिखा कि हमें अभिनंदन के लिए चिंतित मेरे दोस्तों और देशवासियों को धन्यवाद। मुझे मेरे बेटे पर गर्व है। हम भगवान के शुक्रगुजार है कि अभिनंदन जिंदा है, शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ है। अपने बेटे पर फक्र करते हुए पिता आगे लिखते है कि देखो मेरा बेटा कितनी निडरता से बात कर रहा है। एक सच्चे सिपाही की तरह। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी शुभचिंतकों की शुभकामनाएं उसके साथ है और वह जल्द सकुशल घरवापसी करेगा। उन्होंने सभी हमदर्दों को धन्यवाद दिया और कहा की इस कठिन घड़ी में उनका साथ और दुआएं हमे ताकत दे रही है। आपको बता दें कि पुंछ और राजौरी में 3 पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के घुसने पर बुधवार को भारत ने भी जवाबी कार्रवाई की थी। वायुसेना ने घुसपैठ का जवाब देने के लिए 2 मिग-21 और 3 सुखोई-30 भेजे थे। मिग के पायलट्स ने एक पाकिस्तानी एफ-16 मार गिराया था। इस दौरान हमारा एक मिग क्रैश हो गया और पायलट विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान में बंदी बना लिए गए।
अभिनंदन की पत्नी तन्वी मारवाह स्क्वाड्रन लीडर के पद से रिटायर हो चुकी हैं। पिता एस वर्तमान चेन्नई में रहते हैं। अभिनंदन ने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलकर 2004 में वायु सेना ज्वॉइन की थी। उनके पिता एस वर्तमान 1973 में फाइटर पायलट बने थे। वे देश के उन चुनिंदा पायलटों में शुमार हैं, जिनके पास 40 तरह के विमान और 4000 घंटे से ज्यादा उड़ान भरने का अनुभव है। वे करगिल युद्ध के दौरान मिराज स्क्वाड्रन के चीफ ऑपरेशन्स ऑफिसर थे।
Leave a Reply