संकट: कई राज्यों में बाढ़ ने लिया विकराल रूप ! 200 से ज्यादा लोगों की मौत

नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश के चलते अब तक 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। मध्य प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात समेत देश के कई राज्यों में ज्यादा बारिश और बाढ़ के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

केरल में मूसलाधार बारिश का कहर अब भी जारी है और बाढ़, भूस्खलन तथा बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 72 हो गई है। प्रदेश के 2.27 लाख से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में पनाह ली है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि रविवार को सात और शव मिलने से मृतकों की संख्या 67 हो गई, इनमें से चार शव कोझीकोड़ और एक शव वायनाड से मिला है।

 

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के लिए रविवार सुबह वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। विजयन ने पत्रकारों को बताया कि बारिश संबंधी घटनाओं में आठ अगस्त से अब तक 60 लोगों की मौत हो गई है और 1,551 राहत शिविरों में करीब 2.27 लाख लोगों ने पनाह ली है।

उन्होंने बताया कि राज्य में बारिश थमी है लेकिन लोगों को सतर्क रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा,’ऊंचे इलाकों में आज बारिश से राहत रही, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि भूस्खलन से बचना आसान नहीं होगा।’

विजयन ने कहा कि प्रमुख बांधों में पानी का स्तर बढ़ना भी चिंता का कारण बना हुआ है। उन्होंने बताया कि वायनाड जिले के पुथुमाला में अब भी आठ लोग लापता हैं और उनकी तलाश जारी है क्योंकि वहां आठ अगस्त को जबरदस्त भूस्खलन हुआ था।

वायनाड पहुंचे राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में बाढ़ एवं भूस्खलन की स्थिति का जायजा लेने रविवार को केरल पहुंचे। गांधी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ रविवार दोपहर करीपुर हवाई अड्डा पहुंचे।

राजस्थान में बारिश
इसके साथ ही राजस्थान के पूर्वी हिस्सों के कई स्थानों और पश्चिमी हिस्सों के कुछ स्थानों पर पिछले 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटों के दौरान सिरोही जिले के माउंट आबू में 8 सेंटीमीटर, डूंगरपुर में 5 सेंटीमीटर, बांसवाड़ा के गढ़ी में 5 सेंटीमीटर, गलियाकोट में 3 सेंटीमीटर, प्रतापगढ़ में 3 सेंटीमीटर और अन्य कई स्थानों पर 2 सेंटीमीटर से एक सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई.

दो लोग बहे, एक की मौत
वहीं उत्तराखंड स्थित देहरादून के एक निजी विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले दो युवक रविवार को बारिश के चलते उफनायी एक बरसाती नदी के तेज बहाव में बह गए. पुलिस ने बताया कि एक युवक का शव बरामद कर लिया गया है जबकि दूसरे युवक की तलाश की जा रही है. शुरूआती जानकारी के अनुसार, युवक नदी में पिकनिक मनाने गए थे और अचानक उसका जलस्तर बढ़ जाने के कारण वे उसके तेज बहाव में बह गए. सूचना मिलने पर राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया.

हंपी पर खतरा!
दूसरी ओर कर्नाटक के बल्लारी जिले में तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित विश्व धरोहर हम्पी (Hampi) प्रशासन द्वारा रविवार को एक जलाशय से 1.70 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद पानी में डूब गयी. अधिकारियों के अनुसार जिला प्रशासन ने नदी के तट के आस-पास रहने वालों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाने को कहा है क्योंकि पिछले एक हफ्ते में पश्चिमी घाट के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी आने पर तुंगभद्रा बांध के सभी 33 गेट खोल दिये गये. पानी यूनेस्को धरोहर हम्पी में घुस गया है जबकि कांपली किले के सामने का आंजनेय मंदिर आंशिक रूप से डूब गया है.

शाह ने किया हवाई सर्वेक्षण
इसके साथ ही केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. राज्य में बाढ़ के चलते 31 लोगों की मौत हो चुकी है और चार लाख से अधिक लोग बेघर हुए हैं. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह चेन्नई से विशेष विमान के जरिये बेलागावी में सांब्रा हवाई अड्डे पर पहुंचे और सेना के विमान में सवार होकर बाढ़ प्रभावित इलाकों के सर्वेक्षण के लिये रवाना हो गए.

कर्नाटक में अब तक 40 की मौत
कर्नाटक (Karnataka)के 17 जिलों के 80 तालुकाओं में पिछले सप्ताह आई बाढ़ में 40 लोगों की मौत हो चुकी है और चार लाख से अधिकर लोग अपना घर छोड़ चुके हैं. राज्य की लगभग सभी नदियां उफान पर हैं. बाढ़ का सबसे ज्यादा प्रभाव बेलागावी, बगलकोट, विजयपुरा, गड़ाग, उत्तर कन्नड़, रायचूर, यदिगीर, दक्षिण कन्नड़, उडुपी, चिकमंगलूर और कोडागू जिलों पर पड़ा है.

नाव पलटने की घटना में अब तक 17 की मौत
महाराष्ट्र (Maharashtra) के सांगली जिले में नौका पलटने की घटना में पांच और शवों के मिलने के बाद मृतकों की संख्या 17 पर पहुंच गई है. राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों से अभी तक चार लाख लोगों को बाहर निकाला गया है. अधिकारियों ने रविवार को बताया कि पश्चिमी महाराष्ट्र में बाढ़ के प्रकोप को कम करने की कवायद के तौर पर कर्नाटक में कृष्णा नदी पर बने अलमट्टी बांध से पांच लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है.
उन्होंने बताया कि कोल्हापुर के कुछ इलाकों में हेलीकॉप्टर से खाने के पैकेट गिराए गए. बता दें गुजरात में भी बाढ़ के चलते अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है.

भारतीय रेलवे ने दी सहूलियत
भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित कर्नाटक, महाराष्ट्र और केरल (Karnataka, Maharashtra and Kerala) में राहत सामग्री भेजने पर माल भाड़ा नहीं लेने की घोषणा की है. रेलवे बोर्ड के उप निदेशक (ट्रैफिक कमर्शियल) महेंद्र सिंह ने बताया कि देश भर के सभी सरकारी संगठन इन राज्यों में राहत सामग्री मालगाड़ी और पार्सल वैन में निशुल्क बुक कर सकते हैं.

सभी रेल महाप्रबंधकों को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, ‘देशभर के सभी सरकारी संगठन कर्नाटक, केरल और महाराष्ट्र में राहत सामग्री भेजने के लिए निशुल्क बुकिंग करा सकते हैं. विभागीय रेलवे प्रबंधक द्वारा उचित समझा जाने पर अन्य संगठनों पर भी यह प्रावधान लागू हो सकता है.’

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