नई दिल्ली। देश में प्रदूषित होती नदियो के जल को स्वच्छ बनने के लिए अलग से मंत्रालय बनाया गया है कई हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए गए है, लेकिन स्थिति जस की तस है। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण ने अमेरिका के कैलीफोर्निया की कंपनी बायो क्लीनर इन कॉपरेटिड कंपनी के साथ मिल कर नोएडा के नालो को साफ करने का दावा किया है।
कंपनी ट्रायल के तौर पर सेक्टर-29 नाले के 400 मीटर हिस्से को साफ करेगी, जिसके लिए पांच बायो रिएक्टर मशीन मशीनें लगा दी गईं, यह मशीनें को सिंचाई लायक के साथ बदबू रहित भी बनाएंगी। पानी का रंग भी साफ हो जाएगा। यमुना में नालों के जरिए हो रहे प्रदूषण को रोकने में भी मदद मिलेगी। नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी राजेश सिंह ने बताया कि नाले की सफाई का काम मैसर्स बायो क्लीनर इन कॉपरेटिड कंपनी को दिया गया है। यह अमेरिका के कैलीफोर्निया की कंपनी है। प्राधिकरण सिंचाई योग्य पानी को उद्यान, खेती, सिंचाई व सड़क की सफाई के काम में लाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि नालों में रोजाना जमा हो रहे सिल्ट से न केवल नालों के जल बहाव पर फर्क पड़ता है, बल्कि जल के ठहराव के कारण नालों से अत्यधिक बदबू व जहरीली गैस का भी रिसाव होता है। इससे मनुष्य का जीवन और प्रकृति भी काफी प्रभावित होती है।
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