
नई दिल्ली। कभी अपनी शानदार ऐशो आराम और खर्चीली जिंदगी जीने के लिए जाना जाने वाला भगोड़ा कारोबारी विजय माल्या इस समय पैसों की तंगी से जूझ रहा है। हालत यह है कि लंदन में शरण लिए हुए माल्या के पास केस लड़ने के लिए अपने वकील तक को देने के लिए पैसे नहीं हैं। उसने अब अपने निजी खर्चों में भी कमी कर दी है। साथ ही लंदन कोर्ट में पैसों के लिए भी आवेदन किया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि विजय माल्या अब ‘भुखमरी’ की ओर बढ़ रहा है।
दरअसल भारतीय बैंकों से हजारों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करके भागा कारोबारी विजय माल्या लंदन में शरण लिए हुए है. भारतीय एजेंसियां उसके भारत प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही हैं। उस पर लंदन की कोर्ट में दिवालिया मामले में केस चल रहा है।
अब विजय माल्या ने 11 दिसंबर को ब्रिटेन की कोर्ट में आवेदन करके अपने रहन सहन के खर्च और कानूनी फीस का भुगतान करने के लिए वहां के कानूनी नियंत्रण में पड़े हजारों पाउंड की राशि से कुछ पैसा निकालने की छूट दिए जाने जाने का आग्रह किया है। माल्या के खिलाफ की गई दिवालिया कार्रवाई के चलते यह पैसा अदालत के कब्जे में है।
विजय माल्या की फ्रांस में एक संपत्ति ले ग्रांड जार्डिन की बिक्री से प्राप्त हुए पैसे भी कोर्ट के पास जमा हैं. वहीं निचली अदालत कोर्ट के पास जमा उसके पैसे में से माल्या को अपने खर्चों के लिए धन निकालने की छूट देने से इनकार किया है. अदालत के पास करीब 15 लाख पाउंड की राशि जमा है. हालांकि, अदालत ने 18 दिसंबर को दिवालिया मामले में होने वाली विस्तृत सुनवाई के खर्च के लिए उसे 2,40,000 पाउंड यानी करीब 39 लाख रुपये जमा वैट राशि जारी करने की अनुमति दे दी है.
माल्या के वकील ने अदालत से कहा कि उसके मुवक्किल को धनराशि की आवश्यकता है। उसे अदालत के पास जमा धनराशि तक पहुंच मिलनी चाहिए ताकि वह अपने रोजमर्रा के खर्च और कानूनी खर्च का वहन कर सके। उसके वकील ने कोर्ट से यह तक कह दिया है कि जल्द ही उसे अगर उसकी फीस नहीं मिली तो अगली सुनवाई से वह माल्या का केस नहीं लड़ेगा।
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