कानपुर देहात की शिवली कोतवाली पहुंचे एडीजी जयनारायन सिंह ने पत्रकारों से कहा कि बिकरू में दबिश की सूचना विकास दुबे को देने वाले विभीषण का पता चल गया है। उसे चिह्नित कर लिया गया है, लेकिन उसका नाम नहीं बताएंगे। जल्द ही कठोर कार्रवाई होगी। तब उसकी पहचान उजागर की जाएगी।
कानपुर एनकाउन्टर: आईजी मोहित अग्रवाल बोले—सबूत मिले तो पुलिसवालों पर होगा हत्या का केस!
कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच टीम को पूरे चौबेपुर थाने की भूमिका संदिग्ध लग रही है। अब सबसे बड़ा सवाल ये है क्या पूरा थाना विकास दुबे का मुखबिर है। इस मामले में पूर्व चौबेपुर एसओ सहित दो कई पुलिस वालों को शक के घेरे में रखा गया है।
पुलिस ने इस मामले में 21 लोगों के खिलाफ नामजद और 60 से अधिक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आईजी रेंज कानपुर माेहित अग्रवाल ने कहा है अगर कोई आरोपी पाया जाता है तो उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।
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उसे फौरन बर्खास्त कर दिया जाएगा। अभी तक 21 अपराधियों की पहचान की जा चुकी है जिनमें से पुलिस ने दो को मुठभेड़ में शनिवार को ही मार गिराया था। रविवार को पुलिस ने कल्याणपुर थाने में हुई मुठभेड़ में विकास दुबे के साथी दयाशंकर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस पूछताछ में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के साथी और नौकर दयाशंकर ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने पुलिस को बताया कि पुलिस ने विकास दुबे को दबिश की सूचना दी थी। सूचना के बाद विकास ने अपने असलहाधारी साथियों को बुला लिया था।
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