हरियाणा: मंत्रिमंडल का रास्ता साफ, इस बात से मुख्यमंत्री नही है सहमत

चंडीगढ़: हरियाणा में मंत्रिमंडल गठन से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी के बीच मंत्रालयों के आबंटन को लेकर फंसा पेच निकल गया है। दोनों दलों में अब मंत्रालयों को लेकर सहमति बन गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बीती 27 अक्टूबर को शपथ ग्रहण कर ली थी, लेकिन अभी तक दोनों में मंत्रालयों का वितरण नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने स्तर पर फैसले ले रहे हैं। दुष्यंत चौटाला द्वारा बतौर उपमुख्यमंत्री प्रशासनिक कार्यों की बजाय फील्ड में सक्रियता दिखा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो गठबंधन के बाद दोनों राजनीतिक दलों में मंत्रालयों को लेकर सहमति नहीं बनी थी। गठबंधन के बाद दुष्यंत चौटाला भाजपा से वित्त मंत्रालय, कृषि, उद्योग, आबकारी एवं कराधान तथा टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग मांग रहे थे। यह सभी हैवी वेट विभाग हैं। मुख्यमंत्री इस बात पर सहमत नहीं थे। भाजपा हाई-कमान द्वारा वित्त मंत्रालय तथा उद्योग मंत्रालय जेजेपी को देने के पक्ष में नहीं थी, जिसके चलते भाजपा हाई-कमान ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को यह निर्देश दिए थे कि वह अपने स्तर पर बैठक का आयोजन करके दुष्यंत के साथ विचार-विमर्श करके इस मुद्दे को सुलझाएं, ताकि मंत्रिमंडल विस्तार का रास्ता साफ हो सके। मंगलवार को गुरुपर्व के अवसर पर दुष्यंत चौटाला मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच सुबह करीब दस बजे शुरू हुई बैठक एक घंटे से भी अधिक समय तक चली। इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने संभावित मंत्रिमंडल तथा मंत्रालयों के बारे में चर्चा की। सूत्रों की मानें तो भाजपा वित्त मंत्रालय तथा उद्योग विभाग अपने पास रखेगी, जबकि कृषि, आबकारी एवं कराधान तथा टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग जेजेपी को दिए जाने पर सहमति बन गई है। जेजेपी नेता की सहमति के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंत्रालयों के आबंटन के बारे में पार्टी हाई-कमान को भी सूचित कर दिया है। दोनों दलों के शीर्ष नेताओं की सहमति के बाद अब हरियाणा में किसी भी समय मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।

13 को माना अशुभ अंक, राजभवन में शपथ की तैयारियां

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आज की बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ विभागों के आबंटन तथा मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर चर्चा हुई है। उन्होंने दावा किया कि अगले 48 घंटे में हरियाणा में नई सरकार की तस्वीर साफ हो जाएगी। भाजपा तथा जेजेपी द्वारा संभावित मंत्रिमंडल और मंत्रालयों को लेकर सहमति बनाए जाने के बावजूद बुधवार को फिर से मंत्रिमंडल विस्तार टल गया है। हालांकि राजभवन में नए मंत्रियों को शपथ दिलवाने की तैयारियां पूरी हो चुकी है। इसके बावजूद सूत्रों से मिली खबर के अनुसार संघ इस बात से सहमत नहीं है कि 13 नवंबर को नई सरकार का गठन किया। 13 के अंक को अशुभ माना जाता है। ऐसे में मंगलवार की बैठक के बाद सीएम ने जब हाई-कमान तथा संघ नेतृत्व को इसके बारे में अवगत कराया, तो उनकी तरफ से यह संकेत दिए गए कि 13 के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाए।

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