यूनिक समय, हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में 14 सितंबर को दलित युवती के साथ हुई कथित सामूहिक बलात्कार की घटना की जांच एसआईटी के बाद सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली है। वहीं, मंगलवार को पीड़ित परिवार कड़ी सुरक्षा- व्यवस्था के बीच अपने खेत में खड़ी फसल को काटने पहुंचा। इससे पहले पीड़ित परिवार को प्रशासन ने खेत में खड़ी फसल को काटने के दौरान पूरी सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही थी। बता दें कि परिवार को सरकार ने कई साल पहले पांच बीघा खेत आवंटित किया था और इस पर वर्तमान में बाजरा की फसल खड़ी है। जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवार की सुरक्षा में स्थानीय पुलिस के साथ पीएसी की बटालियन भी मौजूद है जो खेत में खड़े होकर पीड़ित परिवार की फसल को कटवा रही है। इससे पहले सोमवार को हाथरस कांड को लेकर यूपी में दंगा भड़काने की साजिश को लेकर एसटीएफ के इंस्पेक्टर अजयपाल सिंह सहित 3 सदस्यीय टीम ने पीड़िता परिवार से पूछताछ की थी। परिवार ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जल्दी मेरी बेटी को इंसाफ मिले। वहीं सीबीआई की टीम पीड़िता के परिजनों से पूछताछ करने उनके घर पहुंची थी। सीबीआई की टीम ने करीब 5 घंटे तक परिजनों से पूछताछ की और उसके बाद टीम हाथरस की पीड़िता के घर से निकल गई। बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम ने पीड़िता की भाभी और पीड़िता की मां से लंबी पूछताछ की। उधर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच जारी रहेगी। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केस को उत्तर प्रदेश से दिल्ली या अन्य राज्य में ट्रान्सफर करने पर सुनवाई बाद में करने की बात कही है। बता दें सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में तीन बिंदुओं पर आज सुनवाई हुई। याचिका में सीबीआई जांच की मॉनिटरिंग सुप्रीम कोर्ट से हो या फिर हाईकोर्ट से यह मांग की गई थी। इसके साथ ही गवाहों और पीड़ित परिवार की सुरक्षा और केस को दिल्ली ट्रान्सफर करने की मांग की गई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश पर पीड़िता के परिवार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
Leave a Reply