नई दिल्ली। आज अक्षय तृतिया है। इस मौके पर तमाम लोग अपने-अपने तरिके से अपने अराध्य की अराधना में जुटे हैं। मान्यता के मुताबिक इस दिन खास तरीके से पूजा अर्चना करने से लोगों की परेशानी दूर होती है और घर में खुशहाली आती है। बताया जाता है कि अगर किसी स्त्री या पुरूष की शादी में देरी हो रही है, अड़चने आ रही है या फिर कई बार बात बनते बनते बिगड़ जाती है तो अक्षय तृतीया के दिन खास तरीके से पूजा अर्चना कर ग्रहों को शांत किया जा सकता है जिससे शादी में आने वाली तमाम अड़चनों को दूर किया जा सके। साथ ही मानमाफिक पति या फिर पत्नी की प्राप्ति हो सके।
जानकारों के मुताबिक मंगल, शनि और गुरु शादी में देरी का कारण होते है। जन्म कुंडली में 7वां स्थान जीवनसाथी का होता है और अगर इस जगह पर गुरु है तो उस व्यक्ति का विवाह 30 वर्ष की आयु के बाद होता है। अगर व्यक्ति का विवाह इससे पहले होता है तो वह शादी ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल पाती।
जन्म कुंडली में पहले, चौथे, 7वें, 10वें और 12वें स्थान पर मंगल होने पर कुंडली मंगली होती है। यानि वह व्यक्ति मांगलिक होता है। ऐसे व्यक्तियों की शादी भी 30 वर्ष की उम्र के बाद ही होती है। विवाह के समय ध्यान रखें कि इनका विवाह भी मांगलिक से ही हो।
शनि की वजह से भी शादी में देरी होती है। पहले, चौथे, 7वें, 10वें और 12वें भाव में शनि के होने के कारण कुंडली शनि ग्रस्त मानी जाती है। ऐसे व्यक्तियों के विवाह में 35 की उम्र तक अड़चनें आती हैं।
करें ये उपाय…
अक्षय तृतीया वाले दिन हाथों में नारियल लेकर अपना नाम गौत्र बोलकर पीपल की सात परिक्रमा करके वहां पर नारियल रख दें। इससे विवाह में आ रही सभी रुकावटें दूर हो जाएंगी। इस दिन शिवालय में मिट्टी की मटकी का दान करें और शिव- पार्वती का रुद्राभिषेक करें। अक्षय तृतीया वाले दिन मंगल, शनि, गुरु का दान, पूजन और अभिषेक करना ना भूलें।
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