तालिबान को सत्‍ता में आते देख जोश में आए इमरान खान, भारत को बताया ‘सबसे बड़ा लूजर’

इस्‍लामाबाद
पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ जहरीले बयान दिए हैं। अफगानिस्‍तान से अमेरिकी सेनाओं के जाने से बेहद खुश नजर आ रहे इमरान खान ने तालिबान के शासन की ओर इशारा करते हुए सोमवार को कहा कि इस इलाके में अब बहुत गंभीर बदलाव होंगे। इसमें भारत ‘सबसे बड़ा लूजर’ साबित होने जा रहा है। उन्‍होंने यह भी कहा कि अफगानिस्‍तान में जिस तरह के बदलाव होने जा रहे हैं, उससे खुद अमेरिका को भी बहुत नुकसान होगा।

अफगानिस्‍तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी शुरू हो गई है और राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने इसकी समयसीमा 11 सितंबर रखी है। ग्‍वादर के दौरे पर पहुंचे इमरान ने कहा, ‘इस भारत अफगानिस्‍तान में सबसे बड़ी समस्‍या झेल रहा है। भारत ने अफगानिस्‍तान में अरबों डॉलर का निवेश कर रखा है। अफगानिस्‍तान एक ऐसा देश है जहां स्थितियां बहुत ही पेचीदा हैं।’ इमरान खान ने आरोप लगाया कि भारत आतंकवाद में शामिल है।

भारत और तालिबान की बातचीत से चिढ़े हैं इमरान खान
पाकिस्‍तानी पीएम ने दावा किया कि इस बात के स्‍पष्‍ट साक्ष्‍य हैं कि भारत लाहौर में हालिया आंतकी घटना में शामिल रहा है। उन्‍होंने कहा कि अफगानिस्‍तान को लेकर पाकिस्‍तान की बहुत स्‍पष्‍ट नीति है और वह इसके साथ आगे भी खड़ा है। इमरान ने कहा, ‘ अफगानिस्‍तान की समस्‍या का कोई सैन्‍य हल नहीं है। अफगान पक्ष अपने देश के भविष्‍य का फैसला करेंगे। इमरान खान का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पाकिस्‍तान तालिबान के साथ भारत की पर्दे के पीछे से बातचीत से चिढ़ा हुआ है।

तालिबान के शासन की ओर बढ़ते अफगानिस्‍तान में बदलाव से इमरान खान भले ही खुश हो लें लेकिन तालिबान प्रवक्‍ता ने भारत के पक्ष में सकारात्‍मक बयान दिया है। तालिबान ने कहा है कि वे अपने पड़ोसी देश भारत और क्षेत्र के अन्‍य देशों के साथ शांतिपूर्ण तरीके से रहने में विश्‍वास करते हैं। तालिबान ने यह भी कहा कि कोई भी देश अपने पड़ोसी को नहीं बदल सकता है। तालिबान प्रवक्‍ता सुहैल शाहीन ने पिछले दिनों भारत और कश्‍मीर को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में ये बातें कहीं।

कोई भी देश अपने पड़ोसी को नहीं बदल सकता: तालिबान
सुहैल शाहीन ने कहा, ‘पाकिस्‍तान हमारा पड़ोसी देश है। दोनों देशों के साझा इतिहास और मूल्‍य हैं। भारत भी हमारा क्षेत्रीय देश है। कोई भी देश अपने पड़ोसी या अपने क्षेत्र को नहीं बदल सकता है। हमें निश्चित रूप से इस वास्‍तविकता को स्‍वीकार करना होगा और शांतिपूर्ण सहअस्तित्‍व के साथ रहना होगा। यह हम सभी के हित में है।’ सुहैल ने तालिबान को एक ‘राष्‍ट्रवादी इस्‍लामिक ताकत’ करार दिया जिसका लक्ष्‍य ‘अफगानिस्‍तान की सरजमीं को विदेशी कब्‍जे से मुक्‍त कराना और वहां पर एक इस्‍लामिक सरकार की स्‍थापना करना है।’

इससे पहले ऐसी खबरें आई थीं कि भारतीय अधिकारियों ने तालिबान के कुछ धड़े से संपर्क स्‍थापित किया है। इसमें मुल्‍ला बरादर भी शामिल है। भारत को पहले अफगानिस्‍तान की शांति प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया था। नई वास्‍तविकता के बीच भारत के तालिबान के साथ संपर्क की एक तरह से पुष्टि करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने कहा कि भारत अफगानिस्‍तान के सभी पक्षों के साथ संपर्क में है। उधर, शाहीन ने कहा कि वह इन रिपोर्ट्स पर कोई टिप्‍पणी नहीं करेंगे क्‍योंकि उन्‍हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*