
नई दिल्ली। भारत बंद के समर्थन में आए विपक्षी दलों पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में इन कानूनों के शुरुआत करने की बात कही थी। खास बात है कि कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन जारी है। कानून वापस लिए जाने के चलते किसान संगठनों ने आज मंगलवार को भारत बंद की अपील की है। इस भारत के बंद के समर्थन में कई बड़े विपक्षी दल आए हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रकाश जावड़ेकर ने कहा ‘किसानों ने लागत के अतिरिक्त लाभ की मांग की थीऔर हम उन्हें पहले ही लागत से 50 फीसदी अधिक दे रहे हैं।’ जावड़ेकर ने कहा है कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में इस तरह की कोई भी पेशकश नहीं की थी। इसके अलावा उन्होंने विपक्ष के समर्थन को पाखंड भी करार दिया है। उन्होंने कहा ‘जो विपक्षी इन कानूनों को वापस लेने की बात कर रहे हैं वह पाखंडी हैं। क्योंकि जब वे सत्ता में थे, तो उन्होंने कान्ट्रेक्ट फॉर्मिंग कानून पास किया था।’ उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में इन कानूनों का जिक्र किया था।
देशभर में जोर पकड़ रहा है किसान आंदोलन
भारत बंद के चलते मंगलवार को ग्रामीण गुजरात में आंदोलनकारियों ने टायर जलाकर 3 हाईवे को ब्लॉक कर दिया था। हालांकि, किसान नेताओं ने साफ किया था कि उनकी हड़ताल शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगी और किसी भी दुकान को जबरदस्ती बंद नहीं कराया जाएगा। पत्रकारों से बातचीत में किसान नेता बलबीर सिंह ने कहा ‘मंगलवार को दोपहर तीन बजे तक पूर्ण भारत बंद रहेगा, लेकिन आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।’ वहीं, किसानों ने दिल्ली में जरूरी रास्तों को ब्लॉक करने की तैयारी शुरू कर दी है।
केंद्र सरकार ने दिए सुरक्षा पुख्ता करने के आदेश
राष्ट्र स्तर पर हो रही इस हड़ताल के मद्देनजर केंद्र ने सभी प्रदेशों और केंद्र शासित राज्यों से शांति बनाए रखने के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करने के आदेश दिए हैं। गृहमंत्रालय के अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि राज्यों को सुरक्षा उपाय करने के आदेश दिए गए हैं। इतना ही नहीं राज्य सरकारों से इस दौरान कोविड-19 की गाइडलाइंस को भी सख्ती से पालन कराए जाने के लिए कहा गया है।
Leave a Reply