UNGA में भारत ने पाकिस्तान के झूठ का किया पर्दाफाश, कहा आतंकियों को पेंशन देने वाला इकलौता देश है पाकिस्तान

न्यूयॉर्क। अमेरिका के न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के खिलाफ एक के बाद एक झूठ का पुलिंदा बांध दिया. अब भारत ने ‘राइट टू रिप्लाई’ के तहत इमरान खान के झूठ का पर्दाफाश कर दिया है. विदेश मंत्रालय की फर्स्ट सेक्रेटरी विदिशा मैत्रा ने यूएन में पाकिस्तान और इमरान खान को करारा जवाब दिया है. मैत्रा ने कहा कि इमरान खान का भाषण नफरत से भरा है और वो दुनिया गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.

 

‘राइट टू रिप्लाई’ के लिए यूएन में भारत मिशन की सबसे जूनियर सदस्य को चुनने के पीछे भारत सरकार का उद्देश्य से जताना था कि वह इमरान खान के भाषणों को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहा है.

ये है भारत का जवाब
इमरान खान को आईना दिखाते हुए विदिशा मैत्रा ने कहा- ‘क्या पाकिस्तान ये मानेगा कि दुनियाभर में सिर्फ इमरान सरकार ही आतंकियों को पेंशन देती है. संयुक्त राष्ट्र ने अलकायदा के जिन 130 आतंकियों की लिस्ट जारी की थी, उन्हें पाकिस्तान में पेंशन और अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं.’

विदिशा मैत्रा ने कह- ‘पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म इमरान खान को ये नहीं भूलना चाहिए कि 1971 में पाकिस्तान ने अपने ही लोगों पर अत्याचार किए थे. इसी वजह से बांग्लादेश की स्थापना की गई थी. पाकिस्तान में ईसाई, सिख, अहमदिया, हिंदू, शिया, पश्तून, सिंधी और बलूचों को ईश निंदा कानून के तहत परेशान किया जाता है.’

राइट टू रिप्लाई के तहत मैत्रा ने कहा, ‘मानवाधिकार की बात करने वाले पाकिस्तान को सबसे पहले पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत देखनी चाहिए, जिनकी संख्या 23 प्रतिशत से 3 प्रतिशत पर पहुंच गई है.’

उन्होंने पूछा-‘क्या पाकिस्तान के पीएम इस बात से इनकार कर सकते हैं कि वहां संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध 130 आतंकवादी और 25 आतंकवादी नहीं रह रहे.’

भारत की तरफ से जवाब देते हुए मैत्रा ने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र में दिया गया इमरान खान का भाषण एक हेट स्पीच था. उन्होंने इस मंच का दुरुपयोग किया है. इमरान के नस्लीय संहार, ब्लड बाथ, बंदूकें उठा लो जैसे एक-एक शब्द का इस्तेमाल किया जो कि उनकी मानसकिता को दिखाती है.’

UN में पीएम मोदी ने क्या कहा?
बता दें कि शुक्रवार को पीएम मोदी और इमरान खान दोनों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण दिया. आमतौर पर यहां दुनिया भर के नेताओं को बोलने के लिए सिर्फ 15-20 मिनट का समय दिया जाता है. पीएम मोदी ने भाषण के लिए दिए गए समय का पालन करते हुए सिर्फ 17 मिनट में मजबूती से अपनी बात रख दी. लेकिन, इमरान खान ने करीब 47 मिनट का भाषण दिया. बार-बार उन्हें भाषण खत्म करने की चेतावनी मिलती रही, लेकिन वो लगातार बोलते रहे और भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाते रहे.

इमरान खान का झूठ
इमरान ने कहा कि कश्मीरी 55 दिनों से बंद हैं. जब पाबंदियां हटाई जाएंगी, तो खूनखराबा होगा लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर आ जाएंगे. इमरान ने कहा कि जब कर्फ्यू हटेगा तो क्या होगा? क्या वह (पीएम मोदी) सोचते हैं कि कश्मीरी संविधान के इस बदलाव को चुपचाप स्वीकार कर लेंगे.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी प्रतिबंध हटाए जाएंगे तो पुलवामा (Pulwama) जैसे हमले होंगे क्योंकि आर्टिकल 370 को अवैध रूप से खत्म करने पर कश्मीरी कट्टरपंथी हो जाएंगे. भारत फिर से इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराएगा.

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