नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जामिया से लेकर एएमयू और जेएनयू के छात्र आंदोलन कर रहे हैं। कानून में जिन मजहबों को शामिल किया गया है उनमें मुस्लिम धर्म के लोगों को शामिल नहीं किया गया है। इसके बाद से ही इस कानून का विरोध हो रहा है। विपक्षी नेताओं से लेकर छात्र तक सड़क पर उतर आए हैं। हालांकि लगातार विरोध के बाद आखिरकार छात्रों का विरोध रंग ले आया है। गृहमंत्री अमित शाह ने ट्विटर पर मुसलमानों के लिए दमदार ऐलान कर दिया है।
संसद से पास होने के बाद भी जारी है बवाल
नागरिकता कानून को संसद से हरी झंडी मिल चुकी है। कांग्रेस समेत दूसरे दलों के विरोध के बाद भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस बिल को लोकसभा और राज्यसभा से पास करवाने में कामयाब हो गई। हालांकि ये कानून तो बन गया लेकिन इसका विरोध कम नहीं हो सका। इस बिल को धार्मिक भेदभाव वाला बिल करार देकर विपक्षी नेता और छात्र आंदोलन करने सड़क पर उतर आए। खासकर दिल्ली में छात्रों ने इस कानून का जोरदार विरोध किया।
जागी मोदी सरकार, अमित शाह का दमदार ऐलान
जोरदार विरोध के बाद आखिरकार मोदी सरकार जाग गई है। छात्रों का विरोध आखिरकार रंग ले आया है। गृहमंत्री अमित शाह ने मुसलमानों के लिए दमदार ऐलान कर दिया है। उन्होंने ट्विट कर कहा है कि किसी को भी एनआरसी से घबराने की जरूरत नहीं है। साथ ही ऐलान कर दिया है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लिए मोदी सरकार विशेष इंतजाम करेगी। अमित शाह बोले कि विपक्ष ने इस समुदाय में भय फैला दिया है, इसलिए सरकार उनके लिए विशेष व्यवस्था करेगी। हालांकि उन्होंने फिर से दोहराया कि देश में जो घुसपैठिये हैं उनको बाहर जाना ही होगा।
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