मथुरा। दबंगों के जुल्म और पुलिस की ज्यादती का शिकार जिले के सुरीर कलां गांव निवासी जोगेंद्र आखिरकार अपनी जिंदगी से हार गया। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रविवार को उसने दम तोड़ दिया। वहीं डॉक्टर के मुताबिक जोगेंद्र की पत्नी हालत भी लगातार बिगड़ रही है। इधर, इस मामले में दंपती के बेटे ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। उसने कहा है कि इन्हीं लोगों ने आग लगाई थी, जबकि उस वक्त जो वीडियो वायरल हुआ था उसमें जोगेंद्र खुद को आग लगाने की बात कर रहा था।
सुरीर कोतवाली पुलिस दबंगों के खिलाफ रिपोर्ट नहीं लिख रही थी। इस पर सुरीरकलां निवासी दंपती जोगेंद्र और चंद्रवती ने 28 अगस्त को सुरीर कोतवाली में खुद को आग लगा ली थी। हालत बिगड़ने पर दंपती को दिल्ली के सफदरजंग में भर्ती कराया गया।
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लखनऊ तक गूंजी यह घटना
इस घटना की गूंज लखनऊ तक गूंजी थी। आनन-फानन में इंस्पेक्टर और दो दरोगा निलंबित करके इस मामले में लीपापोती की गई। इसके बाद पुलिस अपने बचाव में जुट गई है। उधर, दिल्ली में इलाज के दौरान जोगेंद्र की मौत हो गई।
कोतवाली प्रभारी रवि त्यागी ने बताया कि बबलू ठाकुर पुत्र वीरी सिंह, शिम्मो पुत्र जल सिंह, सत्यापाल पुत्र थान सिंह, थान सिंह पुत्र निनुआ और मोहनश्याम पुत्र दौलतराम के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है। इन पर आरोप है कि इन सभी ने पहले मारपीट की और फिर मेरे मां-बाप को मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। सत्यपाल और मोहनश्याम गिरफ्तार करके जेल भेजे जा चुके हैं, जबकि तीन फरार आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में जल्द होंगे।
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