काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल शनिवार को हुए सिलसिलेवार धमाकों से दहल गईं एएफपी की तरफ से इस मामले की जानकारी दी गई है। यह धमाके शहर के बीचों बीच स्थित घनी आबादी वाले ग्रीन जोन और उत्तरी इलाके में हुए. इन धमाकों में कई लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि फिलहाल इसकी संख्या की कोई पुष्ट रिपोर्ट नहीं मिली है. लगातार हुए धमाकों की आवाज से ऐसा लग रहा था कि एक के बाद एक लगातार रॉकेट दागे गए हैं।
फिलहाल मामले को लेकर अधिकारियों ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालांकि, आंतरिक मंत्रालय का कहना है कि शनिवार की सुबह दो छोटे ‘स्टिकी बॉम्ब’ से धमाके हुए थे। इनमें से एक ने पुलिस की कार को निशाना बनाया था, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी और तीन घायल हो गए थे।
इस धमाके से जुड़े कुछ फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें दिखाया जा रहा है कि रॉकेट ने भवनों में छेद कर दिए हैं। हालांकि, इन तस्वीरों की सत्यता की जांच नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि ये धमाके अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो और तालिबान और कतर के खाड़ी राज्य की अफगान सरकार की बैठक से पहले हुए हैं। शनिवार को हुए इन धमाकों की अभी तक किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
तालिबान ने शपथ ली है कि वे यूएस विथड्रॉवल डील के तहत किसी भी शहरी इलाके में हमला नहीं करेंगे, लेकिन काबुल प्रशासन ने काबुल में हाल में हुए हमलों के लिए उनके विद्रोहियों या उनके समर्थकों पर आरोप लगाए हैं। खास बात है कि तालिबान और अफगान सरकार की तरफ से बातचीत की प्रक्रिया सितंबर में शुरू हो गई है, लेकिन इसकी गति धीमी बनी हुई है।
आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक आरियान ने इस हफ्ते कहा था कि बीते 6 महीनों में तालिबान ने 53 फिदायीन हमले और 1250 धमाके किए हैं. इन हमलों में कुल 1210 आम नागरिकों की मौत और 2500 घायल हो चुके हैं।
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