नई दिल्ली
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने शुक्रवार को अपने देश की सीमा पार करके दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून से मुलाकात की। किम ने इस मुलाकात पर कहा, ‘इतना भी मुश्किल नहीं था ये लाइन पार करना। जब मैं चल कर आ रहा था तो सोच रहा था, क्यों इतना मुश्किल था यहां तक आना?’ बता दें, किम और मून के बीच ऐतिहासिक शिखर वार्ता होने जा रही है। इस वार्ता में उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। किम जोंग उन ने कहा, ‘ये लाइन इतनी भी बड़ी नहीं थी कि पार ना की जा सके। वहां आना बहुत आसान था। लेकिन हमें यहां आते-आते 11 साल लग गए।’ वहीं, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने कहा, ‘बॉर्डर की लाइन अब बंटवारे का नहीं बल्कि शांति का नया प्रतीक है। किम के निर्णय की सराहना करनी चाहिए।’ उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग ने ऐतिहासिक अंतर कोरियाई सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार सुबह पैदल ही सीमा पार की। बता दें कि किम जोंग उन 1950-53 के कोरियाई युद्ध की समाप्ति के बाद से दक्षिण कोरिया की धरती पर कदम रखने वाले पहले उत्तर कोरियाई शासक हैं।
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