नई दिल्ली। क्रिकेट में भारत को दूसरा वर्ल्ड कप दिलाने में अहम भूमिका वाले टीम इंडिया के सबसे सफल बल्लेबाजों में शुमार युवराज सिंह ने सोमवार को अपने संन्यास को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, मैं वर्ष 2019 के अंत तक फैसला करूंगा। हर किसी को कभी न कभी फैसला लेना पड़ता है। मैं वर्ष 2000 से इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहा हूं। क्रिकेट खेलते हुए करीब 17-18 साल हो गए हैं। इसलिए 2019 के बाद निश्चित रूप से फैसला करूंगा।युवराज ने अपने संन्यास को लेकर इससे पहले भी बोल चुके हैं। उन्होंने कहा था, ‘मैं 2019 तक खेलना चाहता हूं और उसके बाद आगे के लिए फैसला लूंगा।’ विश्व कप 2011 में भारत की खिताबी जीत के सूत्रधार रहे युवराज कैंसर से जंग जीतकर फिर मैदान पर लौटे थे। उन्होंने कहा था कि उनके करियर में एकमात्र मलाल यह रहेगा कि वह टेस्ट टीम में जगह पक्की नहीं कर सके। उन्होंने कहा था, ‘मेरे करियर के पहले 6-7 साल में मुझे ज्यादा मौके नहीं मिले क्योंकि उस समय टेस्ट टीम में बेहतरीन खिलाड़ी थे। जब मौका मिला तो मुझे कैंसर हो गया तो यह मलाल तो हमेशा रहेगा लेकिन चीजें आपके हाथ में नहीं होती।’ युवराज सिंह बेशक टीम इंडिया से इस समय बाहर चल रहे हैं लेकिन आज भी युवी की यादगार पारियां फैंस भूलते नहीं हैं। 2007 टी20 विश्व कप के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ मैच में एक ओवर में छह छक्के जड़कर इस खिलाड़ी ने सबको हैरान कर दिया था। भारत ने 2007 में टी20 विश्व कप और 2011 में वनडे विश्व कप काफी हद तक इसी खिलाड़ी के योगदान के दम पर जीता था। दोनों ही मौकों पर वो मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे। सबको उम्मीद होगी कि वो जल्द फिर मैदान पर लौटें।
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