विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19 के सुपर वेरिएंट XBB.1.5 को लेकर चिंता जाहिर की है. डब्ल्यूएचओ ने आशंका जाहिर की है कि यह सब-वेरियंट दुनिया में कोरोना की सुनामी ला सकता है. ये तबाही मचाने वाला वेरिएंट भी ओमिक्रॉन से ही निकला है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, इसका सबसे ज्यादा असर अमेरिका में है. इस नए वेरियंट की केंद्र सरकार बारीकी से निगरानी कर रही है. विदेश से आने वालों पर खास नजर रखी जा रही है.
अमेरिका में नए संक्रमण में से 70 फीसदी मरीज XBB.1.5 वेरियंट के हैं. यानी हर 10 मरीज में से 4 इसी वेरियंट से संक्रमित हैं. ब्रिटेन में भी इससे संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है. इसके अलावा अब यह भारत में भी प्रवेश कर चुका है. विशेषज्ञ मानते हैं कि यह सब-वेरिएंट फैलता तो बहुत तेजी से है, लेकिन इस बात अनुमान लगाना मुश्किल है कि यह कितना घातक है. इस बीच विदेश से आने वाले 11 लोगों में ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट की पुष्टि हुई है.
24 दिसंबर से 3 जनवरी तक दूसरे देशों से 19227 यात्रियों का टेस्ट किया गया. इनमें से 124 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इन लोगों की जब जीनोम सिक्वेंसिंग हुई तो 11 लोगों में ओमिक्रॉन के सब-वेरियंट की पुष्टि हुई. विशेषज्ञों के मुताबिक, फिलहाल यह कहना जल्दबाजी होगी कि नया वेरियंट कितना घातक है. लेकिन, इस नए वेरियंट की केंद्र सरकार बारीकी से निगरानी कर रही है. जिन देशों में इसका काफी फैलाव है वहां की स्थितियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. ताकि, उसके मुताबिक ही तैयारी की जा सके.
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