नई दिल्ली। छत्तीगढ़ के महासमुंद में एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के तरीके ढूंढ रही है। केंद्र और राज्य की सरकार लॉकडाउन करके लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही है. वहीं दूसरे तरफ इस विकट परिस्थिति में भी मुनाफाखोर अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. कोरोना के चलते देशभर में लॉकडाउन होने के बाद लोगों को राशन के लिए किल्लतों का सामना करना पड़ रहा है. लोग दुकानों में लाइन लगाकर सोशल डिस्टेंस (बनाकर सामन खरीद रहे है, लेकिन कुछ दुकानदार अभी भी लोगों को चूना लगाने में लगे हुए है. ताजा मामला महासमुंद जिले से सामने आया है।
महासमुंद में कोरोना वायरस को रोकने के लिए 21 दिन का लॉ डाउन के बाद किराना सामान लेने के लिए लोग जद्दोजहद में लगे है. ऐसे में पूरी तरह से लॉकडाउन होने के कारण सामान बाहर से पर्याप्त मात्रा में नहीं आ रहा. जरूरत के सामानों का लगातार शॉर्टेज होते नजर आ रहा है. इसका फायदा दुकानदार उठा रहे है. प्रशासन के लाख समझाइश के बाद भी कुछ दुकानदार मुनाफा के चक्कर में मौके का फायदा उठाते हुए तय रेट से ज्यादा कीमत पर सामान बेच रहे है. ऐसे 6 दुकानदारों पर महासमुंद में प्रशासन ने अपना शिकंजा कसा है.
लगाया गया जुर्माना
महासमुंद शहर के 3 और बसना शहर के 3 दुकानदारों पर चलानी कार्रवाई करते हुए आगामी आदेश तक तहसीलदार की उपस्थिति में सील कर दिया गया है. महासमुंद के नायाब तहसीलदार देवेंद्र नेताम ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान किराना सामानों में कीमत बढ़ाकर बेचने की शिकायत प्रशासन को मिली थी. इसके आधार पर राजस्व और नगर पालिका की टीम ने महासमुंद के बरोंडा चौक स्थित दुर्गा प्रॉविजन स्टोर, गुरुद्वारा के पास स्थित मुस्ताक किराना और केजीएन किराना स्टोर के साथ-साथ बसना के जफर किराना, अख्तर किराना और हरीश किराना स्टोर में कार्रवाई करते हुए दुकानदारों पर 5 हजार की जुर्माना राशि का चालान काटते हुए सभी के दुकान को आगामी आदेश तक सील किया गया है।
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