उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी की बदमाशों ने हत्या कर दी है। पहले कमलेश तिवारी को गोली मारे जाने की बात सामने आ रही थी, लेकिन डॉक्टरों के हवाले से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि कमलेश तिवारी का किसी धारदार हथियार से गला रेता गया था। वहीं, पुलिस ने मौके से एक रिवाल्वर भी बरामद किया है।
बताया जा रहा है कि भगवा कपड़े पहने दो हमलावर हाथ में मिठाई के डिब्बा लेकर कार्यालय में घुसे। बातचीत के बाद अचानक मिठाई के डिब्बा में छिपाकर लाए असलहे और चाकू से कमलेश के ऊपर हमला बोल दिया। इस दौरान वहां गोली की आवाज भी सुनाई दी जिससे अफरा-तफरी मच गई। हमले में घायल कमलेश तिवारी को गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। लखनऊ पुलिस की टीम कमलेश तिवारी के सेलफोन की डिटेल खंगालने के साथ ही सर्विलांस की मदद से आरोपी की तलाश में जुटी है।
नौकर ने बताया- ड्यूटी पर नहीं आया गनर
वहीं, घटना के चश्मदीद और कमलेश की ऑफिस के नौकर सौराष्ट्र सिंह ने बताया कि बीती रात से गनर ड्यूटी पर आया ही नहीं। कार्यालय के बाहर एक सिपाही ड्यूटी पर तैनात था, लेकिन सो रहा था। उसने उन दोनों बदमाशों को अंदर भेजते समय ठीक से जांच ही नहीं की।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सुराग की तलाश व मामले की छानबीन करने मौके पर पुलिस की फोरेंसिक टीम और एसएसपी पहुंचे हैं। एसएसपी कलानिधि नैथानी के अनुसार, आपसी रंजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया है। मामले की छानबीन में पुलिस की 10 टीमें लगाई गई हैं।
बता दें, हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान देने के मामले में गिरफ्तारी हुई थी। वह जमानत पर बाहर चल रहे थे। अभी हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने कमलेश के ऊपर लगे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(रासुका) को हटाया था। कमलेश तिवारी ने 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले हिंदू समाज पार्टी का गठन भी किया था।
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