नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी चार राज्यों के चुनावों की जीत के बाद आज मन की बात कर रहे हैं। भारत ने पिछले हफ्ते 20 लाख करोड़ रुपए का एक्सपोर्ट किया है। यह भारत के सामर्थ्य से जुड़ी बात है। पहले 200 बिलियन डॉलर तक ही एक्सपोर्ट हुआ करता था। इसका एक मतलब ये है कि दुनिया भर में भारत मंे बनी चीजों की डिमांड बढ़ रही है। इसका एक मतलब और संदेश ये है कि देश विराट कदम तब उठाता है जब सपनों से बड़े संकल्प होते हैं। जब संकप्लों के लिए दिन रात ईमानदारी से प्रयास होता है तो वो संकल्प सिद्ध भी होते हैं।
असम के हैलाकांडी के लेदर प्रोडक्ट हों या उस्मानाबाद के हैंडलूम। या फिर चंदौली के ब्लैक राइस का भी एक्सपोर्ट बढ़ रहा है। सऊदी अरब में तमिलनाडु के केले मिल रहे हैं। आज आप दुनिया में कहीं भी जाएंगे तो मेड इन इंडिया प्रोडक्ट बहुत ज्यादा नजर आएंगे। देश के कोने-कोने से करीब सवा लाख लघु उद्यमियों ने अपना सामान सरकार को सीधे बेचा है। एक जमाना था जब बड़ी कंपनियां ही सरकार को सामान बेच पाती थीं। अब देश बदल रहा है। अब छोटा दुकानदार भी जेम पोर्टल पर सरकार को सामान बेच सकता है। यही तो बड़ा भारत है। मोदी ने कहा कि संकल्पों के लिए दिन-रात ईमानदारी से प्रयास होता है, तो वो संकल्प, सिद्ध भी होते हैं।
मोदी ने कहा कि पद्म सम्मान में आपने बाबा शिवानंद जी को जरूर देखा होगा। 126 साल के बुजुर्ग की फुर्ती देखकर हर कोई हैरान रह गया। मैंने भी उन्हें झुककर प्रणाम किया। बाबा शिवानंद जी में योग के प्रति एक दिलचस्पी है। वे बहुत फिट हैं। मोदी ने बाबा शिवानंद जी को दीर्घायु की कामना की।
पीएम मोदी ने कहा कि हम 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाएंगे। पीएम ने कहा कि आज पूरे विश्व में हेल्थ को लेकर भारतीय चिंतन चाहे वो योग हो या आयुर्वेद इसके प्रति रुझान बढ़ता जा रहा है। अभी आपने देखा होगा कि पिछले ही सप्ताह कतर में एक योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें 114 देशों के नागरिकों ने हिस्सा लेकर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया।इसी तरह से आयुष इंडस्ट्रीज का बाजार भी लगातार बड़ा हो रहा है। पीएम ने कहा कि स्टार्टअप वर्ल्ड में भी, आयुष, आकर्षण का विषय बनता जा रहा है। आयुष स्टार्टअप्स से पीएम मोदी से आग्रह किया कि आप ऑनलाइन जो भी कंटेंट क्रियेट करें, वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त भाषाओं में बनाने का प्रयास करें। दुनिया में बहुत सारे देश हैं, जहां न अंग्रेजी बोली जाती है न समझी जाती है।
स्वच्छता अभियान को लेकर नासिक के चंद्रकिशोर पाटिल की बात की। उन्होंने कहा कि चंद्रकिशोर गोदावरी नदी के पास खड़े रहते हैं और लोगों को नदी में कूड़ा न फेंकने के लिए प्रेरित करते हैं। इस काम में चंद्रकिशोर जी अपना काफी समय खर्च करते हैं। शाम तक उनके पास ऐसी चीजों का ढेर लग जाता है जो लोग नदी में फेंकने के लिए लाते हैं। पुरी के राहुल की जिक्र कर उन्होंने बताया कि पुरी के तट पर वे लाखों टन कचरा इकट्ठा कर चुके हैं।
मोदी ने केरल के मुपट्टन श्रीनारायण की बात की। पीएम ने बताया कि वह गर्मी में पशु पक्षियों को पानी की दिक्कत न हो इसके लिए मिट्टी के बर्तन बांटते हैं। गर्मियों में वे पशुओं और पक्षियों को परेशान देख खुद परेशान होते थे। इसी उसे उन्हें आयडिया आया। नारायण जी द्वारा बांटे गए बर्तनों का आंकड़ा एक लाख को पार करने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने पानी की बचत, पानी की रीसाइकिलिंग की भी बात की।
पीएम मोदी ने रहीम दास के दोहे का जिक्र किया, रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून… उन्होंने बच्चों को वॉटर वॉरियर बनाकर पानी का संरक्षण करने का संदेश दिया। मोदी ने कहा कि जल संरक्षण सदियों से हमारे समाज का हिस्सा रहा है। चेन्नई के अरुण कृष्णमूर्ति का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि वे अपने इलाकों में तालाबों और झीलों की साफ-सफाई की जिम्मेदारी उठाई और सफलता के साथ पूरा किया। महाराष्ट्र के रोहन का जिक्र किया। रोहन सीढ़ी वाले पुराने कुओं का संरक्षण कर रहे हैं।
गर्मी के मौसम के कारण मोदी ने इस मन की बात में पानी को लेकर काफी बात की। उन्होंने कहा कि पुराने सरोवरों का संरक्षण करना चाहिए। उन्होंने गुजरात के सरोवरों को जिक्र करते हुए कहा कि वहां बड़ी संख्या में सरोवरों का संरक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि पानी की हर बूंद को बचाने की जरूरत है।
गुजरात के पोरबंदर में माधवपुर मेले का जिक्र। मोदी ने बताया कि हजारों वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण का विवाह नॉर्थ ईस्ट की राजकुमारी रुक्मिण से हुआ था। ईस्ट और वेस्ट के नाते के स्वरूप माधवपुर मेला इसी विवाह को याद करने के लिए लगता है। इस मेले में अब नई चीजें जुड़ रही हैं। हमारे यहां कन्या पक्ष को घराती कहा जाता है। इस मेले में नॉर्थ ईस्ट से बहुत सारे घराती पहुंचते हैं। एक हफ्ते तक चलने वाले इस मेले में बहुत सारे नॉर्थ ईस्ट के कलाकार पहुंचते हैं और मेले को चार चांद लगाते हैं। मोदी ने इस मेले के बारे में जानकारी लेने और पढ़ने की अपील की।
महात्मा फुले और अंबेडकर जयंती का जिक्र करते हुए मोदी ने महात्मा फुले और बाबा साहेब अंबेडकर की चर्चा की और उनके समाज में योगदान को याद किया। कहा कि महात्मा फुले के प्रभाव बाबा साहेब के कार्यों में दिखते हैं। महात्मा फुले और सावित्री बाई फुले का जिक्र करते हुए मोदी ने बेटियों को पढ़ाने, स्कूल भेजने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। मोदी ने महात्मा फुले, बाबा साहेब और सावित्रीबाई फुले से जुड़े स्थलों पर जाने और दर्शन की अपील की।
मन की बात में पीएम मोदी ने नवरात्र का भी जिक्र किया। कहा कि यह नर्व हमें उत्साह के साथ संयंम भी सिखाता है। उन्होंने अप्रैल में ही पड़ने वाले ईस्टर और रमजान की भी जिक्र कर सभी को शुभकामनाएं दीं।
बता दें कि “मन की बात” प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो संबोधन है। यह हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे प्रसारित होता है। मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित किया गया था।
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