विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को लगभग तीन साल पहले एक वैश्विक आपातकाल घोषित किया था। WHO ने बुधवार को एक बार फिर कहा कोविड-19 आज भी हमारे बीच है और इसे गंभीरता से लेना ज़रूरी है।
नई दिल्ली: ओमिक्रॉन का XBB वेरिएंट कोविड के मामले बढ़ने के लिए ज़िम्मेदार है। खासतौर पर महाराष्ट्र और केरल जैसे राज्यों में। सिंगापुर में भी इस वेरिएंट की वजह से मामले तेज़ी से बढ़े हैं। ओमिक्रॉन शरीर की इम्यूनिटी को चकमा देने के लिए जाना जाता है और अत्याधिक संक्रामक भी होता है।
XBB क्या है?
WHO की कोविड तकनीकी प्रमुख, मारिया वान केरखोव, ने कहा XBB, BA.2.75 और BA.2.10.1 का एक पुनः संयोजक स्ट्रेन है। इस सब वेरियंट से होने वाले संक्रमण की गंभीरता पर मारिया ने कहा, हमें गंभीरता में कोई बदलाव नहीं दिख रहा है, लेकिन इस वक्त इसके बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि इस वक्त सीमित डेटा उपलब्ध है।
महाराष्ट्र में पाए गए XBB के 18 मामले
अक्टूबर के पहले 15 दिनों में महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के सबवेरिएंट XBB के 18 मामले सामने आए हैं। इनमें से 13 मामले पुणे में हैं, दो नागपुर, दो थाने और एक अकोला से है।
कोविड के अन्य नए वेरिएंट
XBB के अलावा, कोविड के कई दूसरे वेरिएंट्स भी देखे जा रहे हैं, जिसमें BQ.1, जो BA.5 और BA.2.3.20 का सब-वेरिएंट है। पुणे में इसका एक मामला सामने आया है। हाल ही में चीन में BF.7 और BA.5.1.7 वेरिएंट्स पाए गए थे। इनमें से BF.7 सबवेरिएंट तेज़ी से फैल रहा है। इसके मामले बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस, डेनमार्क और इंग्लैंड में भी पाए गए हैं।
Omicron XBB: क्या हैं लक्षण?
स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि अभी तक सामने आए सभी मामले मामूली हैं। पुणे में जो BQ.1 का जो पहला मामला आया है, वह भी मामूली ही है और अमेरिका की यात्रा का इतिहास है। चीन के मुताबिक, ओमिक्रॉन BF.7 के लक्षणों में खांसी, सिर दर्द, सीने में दर्द, सुगंध में बदलाव, सुनाई न देना और कंपन शामिल है।
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