नई दिल्ली। पुलवामा में आतंकी हमले की जांच में सामने आया है कि सीआरपीएफ के काफिले पर हमले का साजिश रचने वाले आतंकी दक्षिण कश्मीर में छुपे हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक मसूद अजहर के भतीजे मोहम्मद उमैर के भी पुलवामा में होने का शक है। जैश के 2 फिदायीन आतंकी भी पुलवामा के पास एक गांव में पनाह लिए हुए है।
साथ ही सीआरपीएफ जवानों पर हुए आत्मघाती हमले का मास्टर माइंड और जैश ए मोहम्मद का कमांडर अब्दुल रशीद गाजी के भी कश्मीर घाटी में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक गाजी अभी भी घाटी में मौजूद हो सकता है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पुलवामा अटैक के ठीक पहले सुरक्षाबलों के साथ हुए एक एनकाउंटर के दौरान गाजी बच निकलने में कामयाब हो गया था, इस एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया था, जैश के आईईडी एक्सपर्ट और मसूद अजहर के करीबी ने ही पुलवामा आतंकी हमले की साजिश रची थी।
वहीं हमले में इस्तेमाल गाड़ी की अब तक पहचान नहीं हो पायी है। हालांकि सीआरपीएफ के चश्मदीदों ने एक लाल रंग की मारुति इको गाड़ी देखी थी। आशंका जताई जा रही है कि इसी गाड़ी से विस्फोट को अंजाम दिया गया।
आपको बता दें कि गुरुवार को एक विस्फोटक से लदी गाड़ी सीआरपीएफ के काफिल में जा घुसी और सीआरपीएफ बस को टक्कर मार दी। जिसकी वजह से यह विस्फोट हुई है। इस आत्मघाती हमले में करीब 40 से ज्यादा जवानों की मौत हो गई है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने आतंकी आदिल अहमद के तौर पर पहचान की है जो पुलवामा के काकापुरा का रहनेवाला है।
सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले का मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद का पाकिस्तान में रहने वाला आतंकी अब्दुल रशीद गाजी माना जा रहा है। अफगान लड़ाई में शामिल रहा गाजी आईईडी एक्सपर्ट माना जाता है।बताया जा रहा है कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर ने अपने भतीजे उस्मान और भांजे तल्हा रशीद की मौत का बदला लेने के लिए गाजी को खुद चुना था। तल्हा को नवंबर 2017 में पुलवामा और उस्मान को अक्टूबर 2018 में त्राल में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था।
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