यूनिक समय, मथुरा। महर्षि दयानंद सरस्वती जिला चिकित्सालय में कोरोना संक्रमण की जांच को लेकर संदेह होने लगा है। यकीन नहीं आ रहा है कि मलेरिया विभाग के सुपर वाइजर किशोर बाबू वाष्र्णेय से बात कर लीजिए। हकीकत सामने आ जाएगी। यूनिक समय से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि तवियत खराब होने पर डाक्टरों की सलाह पर 6 जुलाई को जिला अस्पताल में टू नेट मशीन से जांच कराई। इस मशीन से रिपोर्ट से दो से छह घंटे के बीच मिल जाती है, किंतु जांच करने वालों ने संदिग्ध बता दिया। आठ जुलाई को आईटीपीसीआर जांच कराई, रिपोर्ट नेगेटिव आई। वह 13 जुलाई से कार्यालय जाकर काम करने लगे। आज फोन आया कि आपकी कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट आई है। प्रश्न उठता है कि वह 13 जुलाई से अब तक अधिकारियों समेत कितने लोगों के संपर्क में आ गए। यदि छह जुलाई को ही स्पष्ट हो जाता है तो वह 13 जुलाई के बाद ड्यूटी पर क्यों आते। स्वास्थ्य विभाग का अपने महकमे के कर्मचारी के साथ यह हाल है तो आम जनता के साथ क्या होता होगा। दो से छह घंटे के बीच आने वाली रिपोर्ट इतने दिनों बाद क्यों आई।
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