मथुरा: कर्फ्यू में सन्नाटा, लोग घरों में हुए कैद

  • शहर में सुबह कोई नहीं निकला मार्निग वाक के लिए
  • कचौड़ी, जलेबी एवं बेढ़ई के नाश्ते को तरस गए लोग
  • वृंदावन, कोसीकलां तथा गोवर्धन में दिखा बंद का असर

महेश वाष्र्णेय
यूनिक समय, मथुरा। कोरोना संक्रमण के फैलते जा रहे दायरे पर नियंत्रण पाने के लिए यूपी सरकार द्वारा शनिवार की सायं 8 बजे से 35 घंटे के लिए लागू किए कोरोना कफ्र्यू का असर रविवार को दिखाई दिया। कोरोना कफ्र्यू में लोग घरों के अंदर कैद रहे। न कोई मार्निग वाक के लिए घर से निकला और न कोई बिना काम के घर से निकला।

शहर की गली और बाजारों में प्रतिष्ठानों पर ताले लटके दिखाई दिए। इस कारण बाजारों की चहल पहल खो गई। कोरोना कफ्र्यू का समय शुरु होने के साथ पुलिस कल सायं 8 बजे से सक्रिय हो गई थी।

हर किसी को रविवार की सुबह का इंतजार था। लोगों की नींद खुली तो कोरोना कफ्र्यू में। घर से बाहर निकलकर देखा तो हर ओर सन्नाटा दिखाई दिया। सिर्फ नजर आ रहे थे पुलिसकर्मियों की चहल -पहल। पुलिसकर्मियों को सड़क दिखाई देता तो माइक से संकेत मिल जाता कि लोग घरों के अंदर रहिए। हालांकि कफ्र्यू का इस कड़क असर भी नहीं था कि लोग सड़क न दिखाई दे रहे हों। कहीं बाइक दौड़ती नजर आ रही थी तो कहीं टेपों पर चलते नजर आए। परिवहन निगम के बस स्टेशन से भी बसें चलती दिखाई। हालांकि अपेक्षा से कम यात्री नजर आए। कोरोना कफ्र्यू का असर इतना रहा कि लोग सुबह कचौड़ी जलेबी और बेढ़ई के नाश्ते को तरस गए।


वृंदावन में भी कुछ इस तरह का नजारे दिखाई दिए। बाजार पूरी तरह से बंद नजर आए। पुलिस भी सतर्क दिखाई दी। बाइक पर कुछ युवक दिखाई दिए, तो पुलिस ने सबक सिखाया।

खिड़कियों से झांकते नजर आए लोग
यूनिक समय, मथुरा। मकानों की खिड़कियों से लोग कोरोना कफ्र्यू के नजारों को झांकते नजर आए। शहरी क्षेत्र के कई इलाकों में लोगों के मकान बाजारों में है। इसलिए मकानों में रहने वाले बच्चे और महिलाएं खिड़कियों से सड़क पर दिखाई दे रहे सन्नाटे को झांकते नजर आए।

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