
समाजसेवा के क्षेत्र में वह प्रेरणास्त्रोत थे
कई संस्थाओं से जुड़े हुए थे वह
संवाददाता
मथुरा। प्रमुख उद्योगपति और समाजसेवी सुरेश चंद अग्रवाल ‘स्वीटी सुपारी वाले’ नहीं रहे। वह 67 वर्ष के थे। आज सायं हदयगति रुकने से उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके निधन की खबर से शहर के प्रमुख शिक्षाविद्, समाजसेवी तथा व्यापारियों समेत प्रबुद्ध वर्ग के लोग स्तब्ध रह गए। वह अपने पीछे पत्नी, पुत्र, पुत्रवधू तथा पौत्र को बिलखता हुआ छोड़ गए। श्री अग्रवाल काफी मिलनसार और मृदुभाषी थे। उनसे कोई एक बार मिलता तो उनका ही हो जाता था। उनके निधन की दुखद खबर शहर में फैल गई। व्यापारी, उद्योगपति, डाक्टर एवं शिक्षा जगत से जुडे़ लोग उनके निवास स्थान पर पहुंचना शुरु हो गए। श्री अग्रवाल के निधन से हुए रिक्त स्थान की पूर्ति होना असंभव है। वह समाजसेवा क्षेत्र में बढ़ चढ़कर भाग लेते थे। कई संस्थाओं से वह जुड़े हुए थे। इसलिए वह समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत थे। नर नारायण सेवा, गो सेवा और बेटियों की शादी कराना, गरीब बच्चों को शिक्षा और गरीबों परिवार को सहयोग करने के कार्य को सह्दय करते थे।
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