35 वर्ष तक तारीख पर तारीख, बहस-बहस पर अब इंतजार….
फैसले पर टिकी हैं, पूरे देश की नजर, अदालत में सुरक्षा सख्त
महेश वार्ष्णेय
यूनिक समय / मथुरा। वर्ष 1985 के बहुचर्चित राजा मानसिंह हत्याकांड को लेकर आज आने वाले फैसले पर सभी की नजर टिकी हुई हैं। फैसला मथुरा में सुनाया जाएगा। जिला एवं सत्र न्यायालय में सुरक्षा की तैयारियां पूरी की जा रही हैं।
गौरतलब है कि फरवरी 1985 में विधानसभा चुनाव के दौरान यह घटना हुई थी। भरतपुर राजघराने के राजा मान सिंह डीग विधानसभा क्षेत्र से कई साल तक विधायक रहे, लेकिन 1985 में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए पूरी कोशिश की। चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं से विवाद होने पर राजा मान सिंह ने तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर के मंच और हैलीकाप्टर को ध्वस्त कर दिया था। पुलिस की ओर से राजा मान सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। अगले दिन डीएसपी कान सिंह भाटी की अगुवाई में फोर्स राजा मान सिंह को गिरफ्तार करने के डीग पहुंची। पुलिस का कहना है कि राजा मान सिंह की ओर गोली चलाई तो पुलिस ने भी जवाब दिया। इसमें राजा मान सिंह समेत तीन लोगों की मौत हो गयी। राजा मान सिंह की दामाद की ओर से डिप्टी एसपी कान सिंह भाटी समेत 18 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। पहले यह मुकदमा जयपुर में चला। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने 1990 में मुकदमा को जयपुर से मथुरा ट्रांसफ र कर दिया। मामले की जांच सीबीआई ने पूरी की। पिछले साल सीबीआई ने अदालत से जल्द सुनवाई करने का आग्रह किया। पिछले माह बहस पूरी हो गयी। दोनों पक्षों के अधिवक्ता वादी के वकील नारायण सिंह विप्लवी एवं विपक्ष के वकील नंदकिशोर उपमन्यु ने कहा कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश साधना रानी ठाकुर की अदालत में 21 जुलाई फैसला सुनाएगा। इस मुकदमे में 18 आरोपी थे। अदालत ने एक व्यक्ति को बरी कर दिया। तीन आरोपियों की मौत हो गयी। अब 14 लोग मुकदमे का सामना कर रहे हैं। अदालत फैसला क्या सुनाती है, इस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं।
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