चंडीगढ़। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज पंजाब के मोगा में रैली कर राज्य में अपने मिशन 2019 की शुरुआत करने जा रहे हैं। कांग्रेस इस रैली को ‘बढ़ता पंजाब, बदलता पंजाब लोकसभा मिशन-13’ नाम दिया गया है। कांग्रेस की इस रैली को लेकर विवाद बढ़ता दिख रहा है। राहुल गांधी की ये रैली मोगा से करीब 19 किलोमीटर दूर गांव किली चाहला में होने जा रही है। लेकिन रैली से पहले इसपर विवाद बढ़ गया है।
बताया जा रहा है किपंजाब के मोगा के किल्ली चहल जहां पर ये रैली की जा रही है वहां पर करीब 100 एकड़ गेहूं की तैयार फसल काटकर रैली स्थल बनाया गया है। हालांकि जो तैयार फसल काटी गई है उसके लिए स्थानीय प्रशासन की और से ₹40000 प्रति एकड़ का मुआवजा किसानों को दिया गया है जबकि किसान ₹50000 प्रति एकड़ का मुआवजा मांग रहे थे। लेकिन सवाल ये है कि एक सरकारी कार्यक्रम जोकि किसी और जगह पर भी किया जा सकता है उसको करने के लिए क्यों तैयार खड़ी फसल को काट दिया गया और यह पैसा जो कि करीब 40 लाख रुपये करीब 100 एकड़ जमीन का बनता है वो पैसा सरकारी फंड से दिया जा रहा है। जबकि रैली में लोकसभा में मिशन 13 यानि पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर जीतने का एजेंडा भी दिखाया गया है।
दूसरा विवाद रैली स्थल पर लगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “चौकीदार ही चोर है” और राफेल डील में 1 लाख 30 हजार करोड़ के स्कैम के आरोपों जैसे पोस्टरों को लेकर है। इन पोस्टरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट किया गया है। जबकि इस पूरे मामले पर पंजाब के सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि ये कार्यक्रम सरकारी है और पंजाब सरकार को भी हक बनता है कि वो देश के प्रधानमंत्री से सवाल करें कि उनके रक्षा मंत्रालय से राफेल डील से जुड़ी फाइलें आखिरकार कैसे चोरी हो गई। उन्होंने कहा कि रैली को लेकर किसानों की जो करीब 100 एकड़ जमीन लेकर रैली की जा रही है उसका पैसा किसानों को दिया जा चुका है और किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि अगर बीजेपी का प्रेसिडेंट केंद्र सरकार के कार्यक्रमों के मंच से राजनीतिक भाषण दे सकता है तो हमारी पार्टी का अध्यक्ष क्यों नहीं।
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