इजरायल पर हमास के हमले के बाद इजरायली सेना ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। हमले के दो दिनों के बाद इजरायली सेना ने दावा किया कि उसने हमास के कब्जे में लिए गए गाजा पट्टी के पास के दक्षिणी क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। करीब एक लाख इजरायली सैनिकों को गाजापट्टी पर कब्जा का आदेश दे दिया गया है।
रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि इज़राइल काफी समय से अवरूद्ध इलाका गाजापट्टी को पूरी तरह से सीज करने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि गाजापट्टी की बिजली, भोजन, पानी, गैस सारी सप्लाई को बंद कर दिया गया है। इसके 2.3 मिलियन लोगों पर प्रभाव पड़ेगा। जल्द ही गाजापट्टी पर हमारा नियंत्रण होगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि फिलिस्तीनी हमास को हराने के लिए और अपने कम से कम 100 बंधकों को छुड़ाने के लिए हमारी सेना जमीनी हमले के लिए पूरी तरह से तैयार है।
युद्ध के तीसरे दिन लड़ाकू विमानों की आवाजें ही केवल सुनी गई। गाजा का आसमान धुएं की वजह से सिर्फ काला ही नजर आ रहा था। हमास यरूशलेम तक रॉकेट दागता रहा। पूरे दिन-रात हवाई हमले के सायरन यहां बजते रहे। इजरायली रक्षा बलों ने बताया कि रात भर में आईडीएफ लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों, विमानों और तोपखाने ने गाजा पट्टी में 500 से अधिक हमास और इस्लामिक जिहाद आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया। इज़राइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा के नागरिकों को हमास के सभी स्थलों से दूर चले जाने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि आम नागरिक हमास के ठिकानों से दूर रहे क्योंकि जल्द ही उनके ठिकाने मलबों में तब्दील होने वाले हैं।
सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि हमास के व्यक्तिगत सैनिक इस क्षेत्र में बने रह सकते हैं। इज़राइल ने दावा किया कि लेबनान से घुसपैठ करने वाले बंदूकधारियों को मार दिया गया है।पिछले तीन दिनों में इज़राइल ने बताया कि 800 से अधिक मौतें हुई हैं। फिलिस्तीनी अधिकारियों ने कहा कि गाजा पर इजरायल के हवाई हमलों से वहां मरने वालों की संख्या 510 हो गई है। अमेरिका और ब्रिटेन के 18 नागरिकों की भी मौत इन हमलों में हुई है।
शनिवार को 1,000 से अधिक हमास सैनिक गाजा में बार्डर फेंसिंग को तोड़ कर पास के यहूदी समुदायों में घुस गए। वहां बंदूकधारी घर-घर जाकर लोगों को मार रहे थे या उनका अपहरण कर गाजा में वापस ले जा रहे थे। इज़रायली अधिकारियों ने कहा कि गाजा में वापस ले जाए गए बंधकों में बच्चे और व्हीलचेयर पर नरसंहार में जीवित बचा एक व्यक्ति शामिल है। उधर, हमास के हमले के बाद हिजबुल्ला ने भी हमास का समर्थन करते हुए गोलीबारी में साथ देना शुरू कर दिया है। हिजबुल्ला, ईरान समर्थित हथियारबंद लोगों का ग्रुप है जिनके पास अत्याधुनिक सैन्य हथियार आदि मौजूद हैं। वह इजरायल को कई मोर्चे पर चुनौती दे रहा है।
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